लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। हालांकि इसके लिए अभी तिथियां तो घोषित नहीं की गई है, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा विधानसभा चुनाव को लेकर जोरों शोरों से प्रचार किया जा रहा है। जहां अखिलेश यादव एक तरफ बयान दे बैठे। दरअसल उन्होंने मध्य प्रदेश में सांसद रमेश बिधूड़ी को भारतीय जनता पार्टी द्वारा उतारे जाने का विरोध किया है। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि सांसद रमेश बिधूड़ी पर बैन लगा दो, उसको चुनाव मत लड़ने दो। लेकिन इसी बीच अखिलेश यादव अपनी ही पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को भूल गए।
सांसद रमेश बिधूड़ी को लेकर क्या बोले अखिलेश
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ बयान देते हुए मांग कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी को सांसद रमेश विधूड़ी पर बैन लगा देना चाहिए। दरअसल उन्होंने अपने बयान में कहा कि “रमेश बिधूड़ी पर बैन लगा दो। चुनाव बिल्कुल मत लड़ने दो उसको। वो हेट स्पीच दे रहा था ये भारत की पहचान नहीं है। संसद में गलत काम किया उसने। बीजेपी को तो उसको बैन कर देना चाहिए।”
स्वामी प्रसाद मौर्य को क्यों भूल गए अखिलेश यादव
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जैसे ही सांसद रमेश बिधूड़ी पर सवाल उठाए, तो खुद अखिलेश यादव सवालों के घेरे में आ गए। दरअसल अखिलेश यादव जिस हेट स्पीच की बात कर रहे हैं उससे पहले उन्हें अपने दामन में झांकना चाहिए। क्योंकि अखिलेश यादव की ही पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरे सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। लेकिन उसके बाद भी अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को ना ही तो बैन किया और ना ही उन पर कोई कार्रवाई की।
हिंदू धर्म को धोखा बताने वाले पर कब होगी कार्यवाही
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म पर कई सवाल उठाए थे और उन्होंने कहा था कि हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। आखिर हिंदू धर्म पर इतनी विवादित टिप्पणी करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य पर अखिलेश यादव कब कार्रवाई करेंगे। क्या अखिलेश यादव सांसद रमेश बिधूड़ी का मामला उछाल कर अपनी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को बचाना चाहते हैं या फिर वही यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि उनकी पार्टी हिंदू विरोधी है। दरअसल ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इतने बड़े विवादित बयान के बाद भी स्वामी प्रसाद मौर्य पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।