प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय रूस दौरे पर रवाना हो गए हैं, जहां वे कजान में आयोजित 16वें BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन का विषय है “न्यायसंगत वैश्विक विकास के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना”। पीएम मोदी इस अवसर पर रूस, चीन और अन्य देशों के नेताओं से महत्वपूर्ण बातचीत करेंगे, जो वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने का एक अहम मंच होगा।
यात्रा पर रवाना होने से पहले क्या बोले पीएम मोदी?
यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि” मैं रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कजान की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहा हूं। भारत ब्रिक्स के भीतर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है, जो वैश्विक विकास एजेंडा, सुधारित बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति शृंखलाओं का निर्माण, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने आदि से संबंधित मुद्दों पर संवाद और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। पिछले साल नए सदस्यों को जोड़ने के साथ ब्रिक्स के विस्तार ने इसकी समावेशिता और वैश्विक भलाई के एजेंडे को और मजबूत किया है।” उन्होंने आगे कहा कि ”जुलाई 2024 में मास्को में आयोजित वार्षिक शिखर सम्मेलन के आधार पर कजान की मेरी यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी। मैं ब्रिक्स के अन्य नेताओं से भी मिलने के लिए उत्सुक हूं।
पीएम मोदी और पुतिन की द्विपक्षीय मीटिंग हो सकती है।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान, जहां पीएम मोदी सभी सदस्य देशों की बैठक में शामिल होंगे, वहीं साइडलाइन्स पर वह अपने खास मित्र पुतिन से भी मुलाकात कर सकते हैं। पुतिन पहले ही कह चुके हैं कि वह इस सम्मेलन में पीएम मोदी के रूस आने और दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत का इंतज़ार कर रहे हैं।
पुतिन ने पीएम मोदी को आमंत्रित किया।
16वें ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन रूस के कजान शहर में हो रहा है, जहां पीएम मोदी दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। उन्हें रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया है। इस दौरान प्रवासी भारतीयों ने पीएम मोदी के स्वागत के लिए भव्य तैयारियाँ की हैं। साथ ही, पीएम मोदी सम्मेलन के अलावा पुतिन से भी मुलाकात करेंगे।
ब्रिक्स संगठन में हैं 9 सदस्य।
वर्तमान में ब्रिक्स के सदस्यों की संख्या 9 है, जिसमें ब्राजील, चीन, मिस्र, इथियोपिया, भारत, ईरान, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं। इसका उद्देश्य विकासशील देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाना, तालमेल बनाना, राजनीतिक संबंध सुधारना, और आपसी आर्थिक सहायता को बढ़ावा देना है। इस बार 16वें ब्रिक्स सम्मेलन की मेज़बानी रूस कर रहा है, जिसमें 16 उच्च स्तरीय मेहमान शामिल होने जा रहे हैं।
ब्रिक्स में शामिल होने वाले नेता:-
नरेंद्र मोदी – भारत
शी जिनपिंग – चीन
लूला दा सिल्वा – ब्राजील
सिरिल रामाफोसा – दक्षिण अफ्रीका
मसूद पेइजेश्कियन – ईरान
मोहम्मद बिन जायद – यूएई
अब्देल फतह अल-सिसी – मिस्र
अबी अहमद – इथियोपिया
रेचैप तईप एर्दोगान – तुर्की
अलेक्ज़ेंडर लुकाशेंको – बेलारूस
निकोल पशिन्यान – आर्मेनिया
कासिम-जोमार्ट टोकायव – कजाखस्तान
उखनागिन खुरेलसुख – मंगोलिया
लुइस आर्से कैटाकोरा – बोलीविया
डेनिस सासौ न्गुएस्सो – कांगो
थोंग्लोन सिसोउलिथ – लाओस
पीएम मोदी का इस साल का दूसरा रूस दौरा
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पीएम मोदी का यह रूस दौरा इस साल का दूसरा होगा। इससे पहले, पीएम मोदी जुलाई में 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मॉस्को गए थे।