हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव के दौरान तुर्की द्वारा पाकिस्तान को समर्थन दिए जाने के बाद बहिष्कार की बढ़ती मांग के बीच, दो प्रमुख ऑनलाइन फैशन प्लेटफॉर्म, मिंत्रा और रिलायंस के स्वामित्व वाले एजियो ने तुर्की उत्पादों को अपनी लिस्टिंग से हटा दिया है। ट्रेंडयोल, कोटन, एलसी वाइकिकी और मावी जैसे फैशन ब्रांड या तो प्लेटफॉर्म से गायब हो गए हैं या उन्हें “आउट ऑफ स्टॉक” के रूप में चिह्नित किया गया है।
मिंत्रा ने वेबसाइट से हटाए तुर्की उत्पाद
फ्लिपकार्ट की स्वामित्व वाली कंपनी मिंत्रा के पास भारत में तुर्की ब्रांड ट्रेंडयोल को बेचने के विशेष अधिकार थे। ट्रेंडयोल महिलाओं के पश्चिमी परिधानों के लिए प्रसिद्ध है और इसे चीनी कंपनी अलीबाबा का समर्थन भी प्राप्त है। पिछले सप्ताहांत, भारत-तुर्की संबंधों में तनाव बढ़ने के बाद, मिंत्रा ने अपनी वेबसाइट से तुर्की उत्पादों को धीरे-धीरे हटाना शुरू कर दिया। दो उद्योग सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार तक सभी तुर्की आइटम वेबसाइट से हटा दिए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मिंत्रा अपनी ब्रांड साझेदारी की समीक्षा कर रही है और आने वाले घटनाक्रमों के आधार पर भविष्य में आगे की रणनीति तय करेगी। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि तुर्की ब्रांड्स को फिर से वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा या नहीं
रिलायंस ने तुर्की में बंद किया अपना कार्यालय
रिलायंस के स्वामित्व वाली AJIO ने कोटन, एलसी वाइकिकी और मावी जैसे तुर्की फैशन ब्रांड्स की बिक्री बंद कर दी है। अब इन सभी उत्पादों को प्लेटफ़ॉर्म पर ‘आउट ऑफ़ स्टॉक’ दिखाया जा रहा है। रिलायंस के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी अपनी उत्पाद सूची की समीक्षा कर रही है ताकि वह देश के मूल्यों और भावनाओं के अनुरूप हो। रिलायंस ने तुर्की में अपना कार्यालय भी बंद कर दिया है और पुष्टि की है कि AJIO से सभी तुर्की ब्रांड्स हटा दिए जाएंगे। इसके अलावा, कंपनी ने स्पष्ट किया कि तुर्की की कपड़ा कंपनी क्वांक टेक्सटाइल के साथ उनकी पिछली साझेदारी पहले ही समाप्त हो चुकी है। प्रवक्ता ने कहा, “अब क्वांक टेक्सटाइल कई वैश्विक आपूर्तिकर्ताओं में से एक है और इसके साथ कोई विशेष अनुबंध या व्यवहार नहीं है।”
CAIT ने किया तुर्की और अज़रबैजान के साथ व्यापार बंद करने का आह्वान
अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) ने तुर्की और अज़रबैजान के साथ व्यापार बंद करने का आह्वान किया है। 125 से अधिक व्यापारिक नेताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले CAIT ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें सभी भारतीय व्यवसायों से इन दोनों देशों के साथ आयात, निर्यात और पर्यटन संबंधी गतिविधियाँ बंद करने को कहा गया है। CAIT ने कहा कि तुर्की और अज़रबैजान ने भारत की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा, खासकर तब जब भारत ने पहले मानवीय और कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से उनका समर्थन किया था। व्यापारियों के इस समूह ने निर्यातकों और आयातकों को चेतावनी दी है कि वे तुर्की और अज़रबैजान की कंपनियों के साथ कोई व्यापार न करें।
CAIT ने तुर्की-अज़रबैजान में बनी फिल्मों का बहिष्कार करने की घोषणा की
इसके साथ ही CAIT वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय तथा विदेश मंत्रालय को पत्र भेजकर इन देशों के साथ भारत के वाणिज्यिक संबंधों की पुनः समीक्षा करने की मांग करेगा। इसके अलावा, CAIT ने तुर्की और अज़रबैजान में शूट की गई भारतीय फिल्मों का भी बहिष्कार करने की घोषणा की है और फिल्म निर्माण कंपनियों से इन देशों में प्रचार सामग्री की शूटिंग न करने का अनुरोध किया है।