प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में पहुंचे उन्होंने वह त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई और मां गंगा को नमन किया। आचमन करने के बाद उन्होंने पवित्र जल में डुबकी लगाई और फिर घाट पर विधि-विधान से मां गंगा की पूजा-अर्चना की। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे और सुरक्षा में सीआरपीएफ और सेना के जवान खड़े थे।
PM मोदी ने किया एक्स पर पोस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी इस यात्रा को लेकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर भी पोस्ट किया और लिखा, “प्रयागराज में महाकुंभ में आकर धन्य हुआ। संगम पर स्नान दिव्य जुड़ाव का एक क्षण है और इसमें भाग लेने वाले करोड़ों अन्य लोगों की तरह, मैं भी भक्ति की भावना से भर गया था। माँ गंगा सभी को शांति, ज्ञान, अच्छे स्वास्थ्य और सद्भाव का आशीर्वाद दें। प्रयागराज महाकुंभ में आज पवित्र संगम में स्नान के बाद पूजा-अर्चना का परम सौभाग्य मिला। मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला है। उनसे समस्त देशवासियों की सुख-समृद्धि, आरोग्य और कल्याण की कामना की। हर-हर गंगे!”
श्रद्धालुओं को ना हो दिक्कत इसलिए पीएम ने अपना कार्यक्रम बेहद सीमित रखा
महाकुंभ में श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, इसलिए पीएम ने अपना कार्यक्रम बेहद सीमित रखा। वह करीब दो घंटे प्रयागराज में रहे। उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की। संगम स्नान और पूजन के बाद वह बोट से अरैल के VIP घाट पहुंचे। वहां से उनका काफिला डीपीएस पहुंचा। वहां से हेलिकॉप्टर से बमरौली पहुंचे। यहां से एयरफोर्स के विमान से दिल्ली के लिए रवाना हुए।
संगम में स्नान के लिए PM मोदी ने क्यों चुना आज का ही दिन, जानें क्या है मान्यता?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पवित्र त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई बता दें की आज माघ महीने की अष्टमी तिथि है हिंदू पंचांग के अनुसार 5 फरवरी माघ मास की गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन तप, ध्यान और साधना को बेहद फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस दिन जो लोग तप, ध्यान और स्नान करते हैं उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। इसके अलावा, यह दिन को भीष्माष्टमी के रूप में भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, महाभारत के दौरान भीष्म पितामह को बाणों की शय्या पर लेटे हुए सूर्य के उत्तरायण होने और शुक्ल पक्ष की प्रतीक्षा की थी। माघ मास की अष्टमी तिथि पर उन्होंने श्रीकृष्ण की उपस्थिति में अपने प्राण त्यागे, जिसके बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई।
अब तक साढ़े 38 करोड़ से ज्यादा लोग लगा चुके संगम में डुबकी
बता दें कि पीएम मोदी का संगम दौरा करीब 2 घंटे का था। सुबह 11 बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक का वक्त पीएम मोदी के लिए आरक्षित था। महाकुंभ में पीएम के दौरे को लेकर विशेष तैयारियां कल से ही शुरू हो गई थी। संगम घाट से लेकर प्रयागराज की सड़कों पर सिक्योरिटी प्रोटोकॉल लागू है। उधर, महाकुंभ में श्रद्धालुओं का आना अभी भी जारी है। अब तक साढ़े 38 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
इससे पहले 13 दिसंबर को प्रयागराज आये थे PM मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज दौरे पर आये थे उस दौरान उन्होंने लगभग 5500 करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कर्मचारियों, श्रमिकों और सफाई कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से महाकुंभ को सफल बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह दुनिया के सबसे बड़े समागमों में से एक है जहां 45 दिनों तक चलने वाले महायज्ञ के लिए प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाता है और इस अवसर के लिए एक नया शहर बसाया जाता है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कहा कि प्रयागराज की धरती पर एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अगले वर्ष होने वाला महाकुंभ, देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को नए शिखर पर ले जाएगा। एकता के ऐसे महायज्ञ की चर्चा पूरी दुनिया में होगी।