केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बैठक के बाद, उन्होंने बताया, “छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में उल्लेखनीय प्रगति की है। पिछले नौ महीनों में 194 से अधिक माओवादी मारे गए, 800 से ज्यादा नक्सली गिरफ्तार हुए, और 738 ने आत्मसमर्पण किया। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, और मुख्यमंत्री साय और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए।”
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से हो रहा विकास
अमित शाह ने कहा कि “डबल इंजन की सरकार” के सहयोग से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोग मुख्यधारा में लौट रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन प्रयासों से न केवल आर्थिक विकास हो रहा है, बल्कि सामाजिक परिवर्तन भी देखने को मिल रहा है। केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि इन क्षेत्रों में शांति और विकास को बढ़ावा मिल सके। इसके साथ ही, उन्होंने सभी संबंधित संस्थाओं और राज्य सरकारों से मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत किया जा सके। इस प्रकार, सरकार का लक्ष्य इन क्षेत्रों में स्थायी विकास और बेहतर जीवन स्तर सुनिश्चित करना है।
किन किन राज्यों के सीएम हुए शामिल
यह बैठक ऐसे समय में हुई जब सुरक्षाबलों ने छत्तीसगढ़ के जंगलों में 31 नक्सलियों को मार गिराया। केंद्रीय मंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नक्सलवाद से प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए, जिनमें छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं। बैठक में नक्सलियों के प्रभाव को समाप्त करने के लिए रणनीतियों पर गहन चर्चा की गई, जिससे इन क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
PM का लक्ष्य 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह से समाप्त करना
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नक्सली हिंसा में 72 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि नक्सली हमलों में मरने वालों की संख्या में 82 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। प्रधानमंत्री का लक्ष्य 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह से समाप्त करना है, जिससे देश में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित की जा सके। यह प्रतिबद्धता नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और शांति को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए दिए दिशा-निर्देश
इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए। वर्ष 2024 में अब तक 230 से अधिक नक्सलवादियों का सफाया किया गया है, 723 ने आत्मसमर्पण किया है, और 812 को गिरफ्तार किया गया है। नक्सलवाद से प्रभावित जिलों की संख्या अब घटकर केवल 38 रह गई है, जो कि इस दिशा में उठाए गए ठोस कदमों का प्रमाण है। यह स्थिति नक्सलवाद पर काबू पाने और विकास के नए अवसरों की ओर बढ़ने के लिए सकारात्मक संकेत है।