राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती राजस्थान का मुख्यमंत्री तय करना है। राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि इसी बीच कई प्रमुख दावेदारों ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद मुख्यमंत्री चुनने की हलचल और तेज हो गई है। मुख्यमंत्री के चयन को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर भी कई घंटे लगातार बैठक चली है।
चार प्रमुख दावेदारों ने दिया इस्तीफा
राजस्थान में मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल कई प्रमुख दावेदारों ने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया है। जिन सांसदों ने इस्तीफा दिया है, उनमें राज्यवर्धन सिंह राठौड़ डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, दीया कुमारी और बाबा बालकनाथ का नाम शामिल है। जैसे ही इन चार दावेदारों ने सांसद पद से इस्तीफा दिया, तो मुख्यमंत्री की दौड़ में इन चारों नेताओं का नाम आगे आने लगा है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की रेस में इन चार नेताओं को सबसे आगे रखा जा सकता है।
दो दिन में मुख्यमंत्री का चेहरा आ सकता है सामने
अन्य विधानसभा चुनावों के परिणाम के साथ राजस्थान विधानसभा चुनाव का परिणाम भी 3 दिसंबर को घोषित हो गया था, लेकिन 3 दिसंबर के बाद से अभी तक राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का नाम घोषित नहीं हुआ है। हालांकि बताया जा रहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री का चयन दो दिनों में संपन्न हो जाएगा। यानि कि आगामी 2 दिन में स्पष्ट हो जाएगा कि राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन बनेगा?
बाबा बालकनाथ और वसुंधरा राजे ने नहीं दिया था इस्तीफा
राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और तिजारा विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले बाबा बालकनाथ का नाम सबसे आगे बताया जा रहा था, क्योंकि पहले बाबा बालकनाथ वहीं उसके बाद वसुंधरा राजे को दिल्ली बुलाया गया था। वहीं जब वसुंधरा राजे और बाबा बालक नाथ ने इस्तीफा नहीं दिया, तो उनके नाम मुख्यमंत्री की रेस से बाहर बताए जाने लगे, लेकिन हाल ही में बाबा बालकनाथ ने भी लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा इसका अंतिम फैसला आलाकमान ही करेंगे।