लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया में रात पड़ती हुई दिखाई दे रही है। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में सीटों के बंटवारे को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया में पहले से ही तकरार पड़ती हुई दिखाई दे रही थी। वहीं अब पंजाब में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी हो गई है। जहां कांग्रेस विधायक की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी पर लगातार हमलावर है। जहां इस गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक साथ गठबंधन में रहेंगे या नहीं इसको लेकर भी तमाम अटकलें सामने आ रही हैं। जहां गठबंधन को लेकर पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का बयान सामने आया है।
गिरफ्तारी को लेकर आप सांसद ने दिया था बयान
पंजाब में कांग्रेस के विधायक की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने टिप्पणी करते हुए कहा कि, ‘मुझे नहीं लगता कांग्रेस की टॉप लीडरशिप नशे के अपराधियों को बचाने के लिए कदम उठाएगी। सुखपाल खैरा अगर दूध के धुले थे, तो कांग्रेस शासन में भी उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया था। राजनीतिक संरक्षण मिलता था। पंजाब नशे की गिरफ्त में था। उड़ता पंजाब जैसी फिल्में बनने लगी थीं। अकाली दल जब सत्ता में थी, तब सुखपाल खैरा पर और गुरुदेव पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था।’
आम आदमी पार्टी को लेकर शीर्ष नेतृत्व से हुई बात
पंजाब कांग्रेस के विधायक की गिरफ्तारी के बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि इंडिया गठबंधन में आम आदमी पार्टी को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में बात हो चुकी है। इसके साथ ही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सुखपाल सिंह खैरा के परिवार से मुलाकात की है और वहीं आरोप लगाते हुए कहा कि ऊपर भी और नीचे भी, हर जगह सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ हो रहा है।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘पंजाब पुलिस और भगवंत मान सरकार को शर्म आनी चाहिए। आठ साल बाद यह मामला सामने आया। जब यह केस दर्ज किया गया था, तब अकाली दल की सरकार थी। सुखपाल खैरा का जिस मामले से कोई लेना नहीं देना नहीं, उन्हें उस मामले में गिरफ्तार किया गया है. हमें गिरफ्तारी का कोई डर नहीं है।’
भाजपा से जीत के लिए बनाया है गठबंधन
विपक्षी गठबंधन इंडिया में हर रोज कोई ना कोई तकरार देखने को मिलती है। बता दें की सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ केवल इसलिए हुई हैं, क्योंकि वह भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाना चाहती हैं। लेकिन उनका यह सपना पूरा होगा या नहीं, यह तो अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन जिस तरह से विपक्षी गठबंधन में हर रोज तकरार दिखाई दे रही है, उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कहीं यह गठबंधन टूट न जाए।