तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के विवादित बयान के बाद अब कर्नाटक के गृहमंत्री ने भी सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। बता दें कि उदयनिधि ने सनातन को धर्म लेकर एक बयान दिया था, जिसके बाद सनातन धर्म के लोगों ने उदयनिधि पर आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने हमारी आस्था को ठेस पहुंचाई है। इतना ही नहीं उदयनिधि के खिलाफ कई लोगों ने एफआईआर भी दर्ज करवाई है, लेकिन अभी तक उदयनिधि के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि उदयनिधि अभी भी अपने बयान पर कायम है और माफी तक मांगने को तैयार नहीं हैं। वहीं अब कर्नाटक के गृहमंत्री पर भी बीजेपी ने पलटवार किया है।
यूपी, दिल्ली समेत कर्नाटक में भी एफआईआर दर्ज
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के बयान के बाद उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक समेत कई राज्यों में सनातन धर्म के लोगों ने एफआईआर दर्ज करवाई है। आपको बता दें कि एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने 2 सितंबर को सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी। उनके इस विवादित बयान पर सनातन धर्म के लोग भड़क गए और उनके खिलाफ कई जगह शिकायत भी दर्ज करा दी। जहां कर्नाटक में दर्ज शिकायत पर 14 सितंबर को सुनवाई होगी। उदयनिधि ने बयान देते हुए कहा था कि ‘सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसा है, जिसका हमें विरोध नहीं करना है बल्कि इसे मिटा देना चाहिए।’
कर्नाटक के गृहमंत्री ने भी हिंदू धर्म पर उठाए सवाल
डीएमके नेता उदयनिधि के बाद अब कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने भी हिंदू धर्म को लेकर एक विवादित बयान दिया है। जी परमेश्वर ने अपने बयान में कहा कि दुनिया के इतिहास में कई धर्म पैदा हुए। जैन और बुद्ध धर्म का जन्म भी यहीं हुआ। इस्लाम और इसी बाहर से आए। हिंदू धर्म का जन्म कब हुआ यह अभी एक बड़ा सवाल है। कर्नाटक के गृहमंत्री के इस बयान के बाद सनातनी लोगों ने गृहमंत्री पर जमकर सवाल उठाए। लेकिन अब तक कर्नाटक के गृहमंत्री पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
बीजेपी ने किया कर्नाटक के गृहमंत्री पर पलटवार
कर्नाटक के गृहमंत्री के सनातन धर्म पर विवादित बयान के बाद भले ही कर्नाटक की सरकार कोई कार्यवाही नहीं कर रही हो, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ऐसे लोगों को अब आड़े हाथ ले रही है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी के विधायक और पूर्व राज्य मंत्री अश्वथ नारायण ने कहा कि अगर कर्नाटक के गृहमंत्री को हिंदू धर्म पसंद नहीं, तो उसे छोड़ दें और कोई दूसरा धर्म अपनाएं किसने रोका है। लेकिन उन्हें हमारे धर्म का अपमान नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी के नेता ने आगे कहा कि अगर हिम्मत है तो किसी दूसरे धर्म के बारे में बोलकर देखें।