वर्ष 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन कई बड़े फैसले ले रहा है। लेकिन विपक्षी गठबंधन “इंडिया” के फैसलों पर भारतीय जनता पार्टी लगातार तंज कस रही है। बता दें कि हाल ही में विपक्ष ने कई पत्रकारों को बायकॉट करने का ऐलान किया है। जहां विपक्ष के इस ऐलान पर भारतीय जनता पार्टी ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को पत्रकारों का नहीं, बल्कि राहुल गांधी को बायकॉट करना चाहिए। इसके साथ ही भाजपा ने राहुल गांधी को घेरते हुए यह भी कहा कि वह मोहब्बत के बारे में बात करते हैं, लेकिन वो नफरत बेचते हैं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने राहुल पर भी कई तंज कसे।
संबित पात्रा ने कसा विपक्ष पर तंज
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर तंज कसा। दरअसल विपक्षी गठबंधन ने कुल 14 पत्रकारों को बायकॉट करने की लिस्ट जारी की थी। जहां लिस्ट जारी होने के बाद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को मीडिया या किसी अन्य संस्थान से दूर रहने या बायकॉट करने से कोई फायदा नहीं होगा। इसके बाद संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अगर फायदा चाहिए तो राहुल गांधी का बहिष्कार करें, क्योंकि उनमें अब कोई ताकत नहीं बची है।
कांग्रेस का मीडिया को धमकाने का रहा है इतिहास : जेपी नड्डा
इंडिया गंधबंधन के फैसले पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी हमलावर दिखाई दिए। जहां उन्होंने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि मीडिया को धमकाने का कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसे कई मौके आए हैं, जब कांग्रेस पार्टी ने मीडिया पर पाबंदी लगाई है। उन्होंने बताया कि नेहरू ने बोलने की आजादी पर अंकुश लगाया था और उनकी निंदा करने वालों को गिरफ्तार करवाया था। वहीं इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था। इसके साथ ही राजीव गांधी ने मीडिया को सरकार के अधीन करने की कोशिश की थी, लेकिन विफल रहे। इसके बाद जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी पर भी हमला करते है कहा कि UPA ने भी सोशल मीडिया हैंडल्स को बैन करवाया था, क्योंकि कांग्रेस को उनके विचार पसंद नहीं थे।
इन 14 पत्रकारों को किया बायकॉट
विपक्षी गठबंधन INDIA ने लोकसभा चुनाव से पहले 14 पत्रकारों को बायकॉट करने का फैसला किया है। जहां यह फैसला इंडिया गठबंधन की मीटिंग में लिया गया। विपक्षी गठबंधन ने जिन 14 पत्रकारों को प्रतिबंधित किया है, उनमें अदिति त्यागी, अमन चोपड़ा, अमीश देवगन, आनंद नरसिम्हन, अर्णब गोस्वामी, अशोक श्रीवास्तव, चित्रा त्रिपाठी, गौरव सावंत, नविका कुमार, प्राची पराशर, रुबिका लियाकत, शिव अरुर, सुधीर चौधरी, सुशांत सिन्हा शामिल हैं। जहां इस लिस्ट पर पत्रकारों ने भी आपत्ति जताई है।