राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी कमल खिलाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है। एक तरफ जहां राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश के लोगों का विश्वास जीतने के लिए तमाम वादे कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने परिवर्तन संकल्प यात्रा से चुनाव का बिगुल बजा दिया है। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी अपनी कुर्सी बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच काफी टक्कर है, लेकिन इस टक्कर में क्या भारतीय जनता पार्टी की संकल्प यात्रा राजस्थान में खिला सकेगी कमल ?
भारतीय जनता पार्टी ने शुरू की परिवर्तन संकल्प यात्रा
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में परिवर्तन के लिए परिवर्तन संकल्प यात्रा की शुरुआत 2 सितंबर से कर दी है। जहां भारतीय जनता पार्टी की इस परिवर्तन संकल्प यात्रा का लक्ष्य प्रदेश की सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करना है। इस यात्रा की शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रणथंभौर से की थी। हालांकि भाजपा का कहना है कि प्रदेश में कुल 4 परिवर्तन संकल्प यात्रा आयोजित की जायेंगी। बता दें कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने राजस्थान के डूंगरपुर से भारतीय जनता पार्टी की ‘परिवर्तन यात्रा’ के दूसरे चरण का शुभारंभ किया था। जहां दूसरे चरण में भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य है कि 19 दिन में उदयपुर और कोटा डिविजनों के साथ ही भीलवाड़ा जिले के 52 निर्वाचन क्षेत्रों को कवर किया जाए।
क्या कहते हैं राजस्थान के आंकड़े
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर नज़र डालें, तो यह भारतीय जनता पार्टी की ओर झुकाव कर रहे हैं। दरअसल ऐसा इसलिए है, क्योंकि बीते 2 दशक से राजस्थान में लगातार किसी भी पार्टी की सरकार 2 बार नहीं बनी है। यानी की राजस्थान की जनता ने 1 बार भारतीय जनता पार्टी को, तो वहीं 1 बार कांग्रेस पार्टी को चुना है। बीते 2 दशक से किसी भी पार्टी का व्यक्ति लगातार 2 बार मुख्यमंत्री नहीं बन सका है। इस तरह यह आंकड़े भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी अच्छे हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी को मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
भाजपा के लिए आसान हो सकती है जीत की राह
भारतीय जनता पार्टी के लिए राजस्थान विधानसभा में जीत की राह आसान तो हो सकती है, लेकिन ये आंकड़े बदलते देर नहीं लगती है। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी आंकड़ों से ज्यादा मेहनत पर विश्वास कर रही है। भारतीय जनता पार्टी पूरे राजस्थान में परिवर्तन संकल्प यात्रा का आयोजन कर रही है। फिलहाल इस यात्रा का चुनाव पर क्या असर होगा, ये चुनाव संपन्न होते होते दिख ही जायेगा। लेकिन जिस मेहनत से भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं, उससे कांग्रेस पार्टी की कुर्सी डगमगाने लग रही है।