लोकसभा चुनाव 2024 में जीत हासिल करने के उद्देश्य को लेकर तमाम विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर इंडिया गठबंधन बना लिया। जहां लोकसभा चुनाव से पहले ही इस गठबंधन में तकरार दिखाई दे रही है। बता दें कि पहले देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ लोकसभा सीटों को लेकर तकरार की स्थिति बनी थी। उसके बाद गठबंधन के तमाम नेताओं द्वारा सनातन पर सवाल उठाए जाने के बाद भी तकरार की स्थिति बनी थी। वहीं उत्तर प्रदेश में भी लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय के बयानों में तकरार देखी गई थी। जहां अब अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बिना गठबंधन के भाग ले रहे हैं।
अखिलेश यादव ने किया मध्यप्रदेश का दौरा
विपक्षी गठबंधन इंडिया में तकरार बढ़ने की स्थिति उस वक्त पैदा हो गई जब अखिलेश यादव चुनाव प्रचार के लिए मध्य प्रदेश पहुंच गए। जहां अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के लिए मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार करते हुए रीवा की सिरमौर सीट से लक्ष्मण तिवारी को अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का यह भी कहना है कि वह इस विधानसभा चुनाव में 20 फीसदी महिलाओं को टिकट देंगे। इतना ही नहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव का दावा है कि समाजवादी पार्टी इस समय मध्य प्रदेश में 60 सीटों पर मजबूत स्थिति में है। जहां इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश का गुर्जर समाज समाजवादी पार्टी के साथ है।
जिसे प्रधानमंत्री बनना है, वो यूपी आए
अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में अपने दौरे में एक बड़ा बयान दे दिया। बता दें कि अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे लोग कहते हैं कि प्रधानमंत्री बन जाओ, लेकिन हम तो इतना जानते हैं कि जिसे प्रधानमंत्री बनना है, वह यूपी आए। बता दें कि अखिलेश यादव ने पहले भी ऐसे कई बयान जारी किए हैं। जहां उन्होंने यह स्थिति स्पष्ट की है कि वह पहले कई चुनावों में त्याग कर चुके हैं, लेकिन इस बार वह किसी प्रकार का त्याग करने के मूड में नहीं है।
भाजपा को होगा लाभ
विपक्षी गठबंधन इंडिया में हर रोज किसी न किसी बात को लेकर रार पड़ती हुई दिखाई देती है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी को इसका खासा लाभ हो सकता है। दरअसल विपक्षी गठबंधन में आम आदमी पार्टी के बाद अब समाजवादी पार्टी से भी कांग्रेस की खींचतान शुरू हो गई है। हाल ही में पंजाब से कांग्रेस विधायक की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिली। वहीं अब सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान के बाद समाजवादी पार्टी से भी कांग्रेस की टकराव की स्थिति दिखाई दे रही है। फिलहाल इसका भारतीय जनता पार्टी को काफी लाभ होगा।