लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर इंडिया गठबंधन भारतीय जनता पार्टी पर लगातार हमला बोल रहा है। बता दें कि बीते दिनों बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में दिए गए बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई थी। जहां कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तो रमेश बिधूड़ी को निष्कासित कर देने की बात कही थी। लेकिन वहीं कांग्रेस पार्टी अब ऐसे नेता को अपनी पार्टी में दोबारा से शामिल कर रही है, जो अपने भाषणों में धमकियां देते हैं। बता दें कि कांग्रेस पार्टी इमरान मसूद को एक बार फिर अपनी पार्टी में शामिल कर रही है, जो लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस पार्टी से ही लोकसभा का चुनाव लड़े थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी थी धमकी
2014 के लोकसभा चुनाव में सहारनपुर से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ने वाले इमरान मसूद एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं। बता दें कि यह वही नेता हैं, जिन्होंने 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी दी थी। इमरान मसूद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुसलमानों का डर दिखाया था। इमरान मसूद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बोटी-बोटी’ कर देने की धमकी दी थी। इस दौरान इमरान मसूद ने कहा था कि गुजरात में तो 4 फीसदी मुसलमान हैं, यूपी में 42 फीसदी मुसलमान हैं। इमरान मसूद ने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा था कि हम नरेंद्र मोदी को जान से मार देंगे।
फिर कांग्रेस में शामिल हो रहे इमरान
कांग्रेस नेता इमरान मसूद कांग्रेस को छोड़कर बहुजन समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे, लेकिन वह फिर से कांग्रेस पार्टी में वापसी कर रहे हैं। इमरान मसूद को उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी की ओर से उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 में टिकट जरूर मिलेगा। इमरान मसूद ने 11 जनवरी 2022 को कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। लेकिन समाजवादी पार्टी में भी वह ज्यादा समय ठहर नहीं सके। इसके बाद इमरान मसूद ने बहुजन समाजवादी पार्टी का दामन थामा। लेकिन एक इंटरव्यू के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तारीफ करना उन्हें महंगा पड़ गया। लेकिन अब तो फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
आखिर दोहरी नीति क्यों अपना रही कांग्रेस
इमरान मसूद का कांग्रेस पार्टी में शामिल होना कांग्रेस की दोहरी नीति को दर्शा रहा है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी का विरोध कर रही है। वहीं दूसरी ओर अपने बयानों मे धमकी देने वाले इमरान मसूद को कांग्रेस फिर से अपनी पार्टी मे शामिल कर रही है। आखिर इस निर्णय से कांग्रेस पार्टी क्या दिखाना चाहती है। क्या कांग्रेस पार्टी के लिए उसके नेताओं द्वारा दी गई धमकी या विवादित बयान कोई बड़ा मुद्दा नहीं है ?