मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी जमकर प्रचार कर रही है। लेकिन कांग्रेस पार्टी को विजयादशमी के दिन बड़ा झटका लगा। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के तीन नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। अचानक कांग्रेस के तीन नेताओं का भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति साबित हो सकती है। क्योंकि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव काफी नजदीक है, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में अच्छी खासी टक्कर देखी जा रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष ये तीन कांग्रेसी हुए भाजपा में शामिल
विजयादशमी के दिन भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल पहुंचकर दो महिला कांग्रेस नेत्रियों सहित तीन नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। जिन तीन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है, उनमें अशोक नगर की आशा दोहरे, प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश जैन और नगर पालिका में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अनीता शामिल हैं। तीनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को आपबीती भी सुनाई।
कांग्रेस पर लगाए आरोप
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए राकेश जैन काफी भावुक दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि “महाराज हमने बीजेपी में शामिल होने में देर कर दी। अब कभी जीवन में आपका साथ नहीं छोडू़ंगा।” उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय ने खेल खेला है। लोगों को पहले आश्वासन दिया और कांग्रेस में शामिल कराया, लेकिन फिर उन्हें टिकट नहीं दिया।
कांग्रेस के लिए मुसीबत हो सकती है सीटों का खेल
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में सीटों को लेकर काफी पहले से अन्य पार्टियों से तकरार दिखाई दे रही है। वहीं भाजपा में शामिल कांग्रेस नेताओं ने भी सीटों को लेकर कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर अपनी पार्टी और गठबंधन पार्टियों को नाराज करना बड़ी मुसीबत हो सकती है। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विकास कार्यों के साथ-साथ कई अन्य बड़े मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी मैदान में उतरी है। लेकिन कांग्रेस पार्टी अभी सीटों के खेल से ही उभर नहीं पा रही है।