अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर को लेकर विपक्षी पार्टियों द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। विपक्षी पार्टियां भाजपा पर राम मंदिर को लेकर राजनीति करने का आरोप लगा रही हैं। इसी कड़ी में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राम मंदिर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। दरअसल बिहार के उपमुख्यमंत्री का कहना है कि राम मंदिर को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपनी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग कर रही है।
भाजपा पर मार्केटिंग का आरोप
बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भगवान राम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “प्रधानमंत्री राम मंदिर की बात कर रहे हैं। भगवान राम को मोदी जी की जरूरत है क्या?” वहीं तेजस्वी यादव ने राम मंदिर को लेकर प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए आगे कहा, “भगवान राम चाहते, तो खुद नहीं बनवा लेते अपना महल हर जगह, लेकिन मोदी जी इस तरह से दिखा रहे हैं कि राम भगवान को उन्होंने घर दे दिया। महल बनवा दिया, मंदिर बनवा दिया। ये सब बेकार की बातें हैं।” उन्होंने राम मंदिर की मार्केटिंग का आरोप लगाते हुए कहा, “बीजेपी राम मंदिर के बहाने अपनी और पीएम मोदी की मार्केटिंग कर रही है।”
मंदिर को लेकर कसा तंज
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भगवान श्रीराम के मंदिर को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए यहीं नहीं रुके, उन्होंने मंदिर का कनेक्शन दान से जोड़ दिया। दरअसल तेजस्वी यादव ने लोगों से सवाल पूछते हुए कहा, “बीमार पड़ोगे तो अस्पताल जाओगे न? भूख लगेगी और मंदिर जाओगे, तो खाना मिलेगा? वहां तो उल्टा दान मांग लेंगे आपसे।” दरअसल इस बयान के जरिए तेजस्वी यादव कहना चाहते थे कि भाजपा को राम मंदिर की जगह अस्पताल बनवाने चाहिए थे।
राम मंदिर को लेकर भाजपा को क्यों घेर रहीं विपक्षी पार्टियां?
भगवान श्रीराम के मंदिर को लेकर विपक्षी पार्टियों द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर आरोप तो लगाए जा रहे हैं, लेकिन यह वही पार्टियां हैं, जो कभी भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा करती थीं कि मंदिर वहीं बनाएंगे, पर तारीख नहीं बताएंगे। दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र में सरकार बनने के बाद अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनाने का वादा किया था। जब तक यह वादा पूरा नहीं हो पाया था, विपक्षी पार्टियां राम मंदिर के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा करती थीं, लेकिन आज जब मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है और उद्घाटन नजदीक है, तो ऐसे में विपक्षी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी पर राम मंदिर को राजनीतिक मुद्दा बनाए जाने का आरोप लगा रही हैं।