देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विपक्ष के ‘अघोषित आपातकाल’ के आरोपों पर पलटवार करते हुए भावुक हो गए। दरअसल विपक्ष द्वारा लगातार यह आरोप लगाया जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार तानाशाह रवैया अपना रही है। यह एक तरह से अघोषित आपातकाल है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, “आपातकाल के जरिए तानाशाही लागू करने वाले हम पर तानाशाह होने का आरोप लगा रहे हैं।” उन्होंने विपक्ष पर पलटवार करते हुए आगे कहा कि आपातकाल के समय उन्हें उनकी बीमार मां को देखने जाने के लिए भी रिहा नहीं किया गया। वहीं ब्रेन हेमरेज से जब उनकी मां की मृत्यु हुई, तो अभी उन्हें पैरोल नहीं दी गई। उन्होंने जेल में ही अपना सिर मुंडवाया। वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके थे।