उत्तर प्रदेश के बहराइच में हालिया हिंसा के बाद योगी सरकार ने कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है। पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग ने हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का मुआयना कर 40 घरों पर लाल निशान लगाए हैं। ये घर वे हैं, जिनसे जुड़े आरोपियों का नाम हिंसा में लिया गया है, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की हत्या करने वालों के घर भी शामिल हैं। सरकार ने इन घरों को सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के रूप में चिह्नित किया है। अतिक्रमण करने वालों को तीन दिन के भीतर अपने घरों को खाली करने या अतिक्रमण तोड़ने का नोटिस दिया गया है। यदि वे समय पर कार्रवाई नहीं करते हैं, तो लोक निर्माण विभाग के बुलडोजर कार्रवाई में आकर इन घरों को गिरा देगा।
निर्धारित समय के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाए गए, तो शुरू की जाएगी बुलडोजर कार्रवाई
सरकार द्वारा दिए गए नोटिस में कहा गया है कि यदि निर्धारित समय के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाए गए, तो बुलडोजर की कार्रवाई शुरू की जाएगी। मुख्य आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने बहराइच को सांप्रदायिक हिंसा की ओर धकेलने की कोशिश की। अब योगी सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
नोटिस पाने वालों से भरवाया जा रहा प्रोफार्मा
पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग की टीमों ने जिन लोगों के घरों को अतिक्रमण के तौर पर चिह्नित किया है। उन सभी से जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण को तोड़ने से जुड़ा प्रोफार्मा भी भरवाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार माना जा रहा है कि यह काम अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को कोर्ट में चुनौती मिलने की संभावना के तहत किया गया है।
रामगोपाल मिश्रा का हत्यारा है सरफराज
रामगोपाल मिश्रा की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी सरफराज का घर भी इस कार्रवाई की जद में आया है। बता दें कि सरफराज ही वह शख्स है, जिसने जुलूस के बीच रामगोपाल को अगवा कर उसकी हत्या की थी। आपको बता दें कि सरफराज ने पहले रामगोपाल को अगवा किया, फिर 35 गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या की इस वारदात में सरफराज के साथ उसका पिता अब्दुल हमीद, भाई मोहम्मद फहीन सहित दो अन्य लोग भी शामिल थे।
STF की टीम ने किया था आरोपियों का एनकाउंटर
बीते दें कि नेपाल बॉर्डर पर पुलिस ने आरोपियों में से दो लोगों मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालीम का एनकाउंटर किया। यह नेपाल भागने की फिराक में थे। पता चलते ही यूपी STF की टीम ने इनको घेर लिया। पुलिस ने पहले तो आरोपियों से सरेंडर करने को कहा, लेकिन आरोपी फायरिंग करने लगे। इस दौरान पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालीम घायल हो गए। वहीं अन्य अब्दुल हमीद, मोहम्मद फहीन और मोहम्मद अफजल को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
मांग के अनुरूप न्याय नहीं मिल रहा : रामगोपाल मिश्र की पत्नी
सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्र की पत्नी ने दावा किया है कि परिवार को मांग के अनुरूप न्याय नहीं मिल रहा। एक वीडियो में मृतक राम गोपाल मिश्रा की पत्नी रोली मिश्रा ने कहा कि मैं राम गोपाल मिश्रा की पत्नी हूं, जिनकी चार दिन पहले हत्या कर दी गई थी। हम न्याय की मांग कर रहे हैं, जो हमें नहीं मिल रहा है। प्रशासन हमें न्याय नहीं दिला पा रहा। उन्होंने कहा कि दोषी पकड़े जरूर गए हैं, लेकिन मारे नहीं गए हैं। रोली ने कहा कि पुलिस और प्रशासन हमारे साथ अन्याय कर रहे हैं। हमें वह नहीं मिल रहा जो हम चाहते हैं। बता दें कि इससे पहले, रोली ने बहराइच हिंसा के दोषियों के लिए मौत की सजा की मांग की थी। हिंसा के बाद जब रोली से पूछा गया कि वह दोषियों के लिए क्या सजा चाहती हैं, तो उन्होंने कहा कि हम उनकी मौत चाहते हैं। इस बीच, मृतक के पिता कैलाश नाथ मिश्रा ने कहा था कि जिस तरह उनके बेटे की मौत हुई, उसी तरह ही आरोपी को मारा जाए।