दिल्ली के आईटीओ छठ घाट पर दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सचदेवा ने दो कुर्सियां लगवाई और अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी के स्वागत के लिए रेड कार्पेट भी बिछवाई। सचदेवा ने दोनों नेताओं को यमुना की सफाई के मुद्दे पर घेरने के लिए न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि वे आईटीओ स्थित यमुना छठ घाट पर उनका इंतजार करेंगे। सचदेवा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि “वे आशा करते हैं कि केजरीवाल और आतिशी यमुना में डुबकी लगाकर जनता को दिखाए कि उनके वादे कितने सच्चे हैं।” बता दें कि केजरीवाल ने 2020 के विधानसभा चुनाव में 2025 से पहले यमुना की सफाई करके उसमें डुबकी लगाने का वादा किया था और छठ व्रतियों को स्वच्छ घाट का आश्वासन भी दिया था।
छठ घाट को लेकर साधा निशाना
बीजेपी ने यमुना में प्रदूषण और दिल्ली के घाटों की दुर्दशा पर दिल्ली सरकार को आड़े हाथों लिया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सचदेवा ने कहा कि सरकार छठ पर्व के महत्व को लेकर गंभीर नहीं है, जिसके कारण यमुना किनारे स्थित घाटों की स्थिति बहुत खराब है। सरकार को चाहिए कि वह यमुना के प्रदूषण को कम करने के लिए गंभीरता के साथ काम करें।
केजरीवाल और सीएम आतिशी के लिए घाट पर लगाया सिंहासन
बीजेपी ने छठ घाट और यमुना नदी की बिगड़ती स्थिति पर ध्यान आकर्षित करने के लिए यमुना घाट पर रेड कारपेट बिछाकर सीएम आतिशी और अरविंद केजरीवाल के लिए दो कुर्सियां लगाईं। बीजेपी अध्यक्ष सचदेवा ने कहा कि हम चाहते हैं कि सीएम आतिशी और केजरीवाल खुद आकर देखें कि यमुना की स्थिति क्या है। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि केजरीवाल के पहले एक वादा किया था कि वह यमुना को डुबकी लगाने लायक बनाएंगे, लेकिन आज तक यमुना नदी की स्थिति डुबकी लगाने लायक तो दूर इसके किनारे पर खड़े होने लायक तक नहीं बन पाई है।
दिल्ली सरकार से मांगा हिसाब
बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस अवसर पर दिल्ली सरकार से यमुना की सफाई के लिए केंद्र द्वारा दिए गए धन का हिसाब मांगा। उन्होंने बताया कि पिछले आठ वर्षों में केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को यमुना की सफाई के लिए कुल 8,500 करोड़ रूपए दिए हैं। सचदेवा का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल ने इन पैसों को हजम कर चुके हैं। इस धन का सही इस्तेमाल न होने से यमुना की स्थिति जस की तस बनी हुई है। वीरेंद्र सचदेवा ने आगे कहा कि, ‘अरविंद केजरीवाल अपनी नाकामी छिपाने के लिए पड़ोसी राज्यों पर दोष मढ़ रहे हैं, जबकि असल जिम्मेदारी उनकी है।
याद दिलाया केजरीवाल का वादा
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मैं आपको 2021 का वह वीडियो याद दिलाना चाहता हूं जिसमें उस समय दिल्ली के सीएम रहे अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह 2025 तक यमुना को इतना साफ कर देंगे कि यहां लोग डुबकी लगा सकें। 2025 आने ही वाला है। ऐसे में यमुना की जो हालत है। वो आपसे छिपी नहीं है।
यमुना में डुबकी लगाकर जताया विरोध
सचदेवा ने सुबह ITO स्थित छठ घाट पर यमुना में डुबकी लगाकर विरोध जताया और मां यमुना से क्षमा मांगी कि दिल्ली सरकार उनकी सफाई नहीं कर सकी। इस विरोध के दौरान, उन्होंने वहां दो कुर्सियां लगवाई थीं, जिन पर केजरीवाल और आतिशी के नाम के पेपर चिपकाए गए थे। सचदेवा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल और आतिशी ने यमुना की सफाई के वादे को लेकर जनता को धोखा दिया है।
दिल्ली प्रदूषण का जिम्मेदार केजरीवाल : सचदेवा
वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली के प्रदूषण और अन्य समस्याओं के लिए अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में दिल्ली की सड़कों और पर्यावरण की स्थिति बहुत खराब हो गई है। सचदेवा ने कहा, “अगर केजरीवाल ने सही काम किया होता, तो दिल्ली की स्थिति इतनी खराब नहीं होती। उन्होंने केवल विज्ञापनों पर पैसा खर्च किया है और जनता को धोखा दिया है।”
क्या कहते हैं आंकड़े?
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (DPCC) के एक आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2017-18 से 2020-21 के बीच पांच वर्षों में यमुना की सफाई में जुटे विभिन्न विभागों को 6856.9 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई थी। यह धनराशि यमुना में गिरने वाले गंदे पानी के शोधन के लिए दिया गया था। 2015 से 2023 की पहली छमाही तक केंद्र सरकार ने यमुना की सफाई के लिए दिल्ली जल बोर्ड को लगभग 1200 करोड़ रुपए दिए थे। इसमें नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के अंतर्गत 1000 करोड़ रूपए और यमुना एक्शन प्लान-3 के अंतर्गत 200 करोड़ रुपए दिए गए थे।