प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में वीर बाल दिवस मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। बता दें कि यह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव है जिसमें बच्चों को भारत के भविष्य की नींव के रूप में सम्मानित किया जाता है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के 2024 प्राप्तकर्ताओं से मुलाकात की और उनसे बातचीत भी की।
आज पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “आज हम तीसरे वीर बाल दिवस के आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने वीर साहिबजादों के बलिदान की अमर स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने की शुरूआत की थी। अब ये दिन करोड़ों देशवासियों के लिए और पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व बना है। इस दिन ने भारत के कितने ही बच्चों और युवाओं को अदम्य साहस से भरने का काम किया है।”
अवार्ड जीतने वाले सभी बच्चों और उनके परिवारजनों को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के 2024 प्राप्त करने वाले देश के वीर बच्चों से मुलाकात की। इस मुलाकात में पीएम बच्चों से उनका हालचाल पूछा। उनके साहसी और बहादुरी के किस्से जाने। बता दें कि इस साल कुल 17 बच्चों को बाल पुरस्कार मिला। जिसमे 7 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। पीएम मोदी से मिलकर बच्चे भी काफी खुश हुए। पीएम मोदी ने बच्चों से मुलाकात के दौरान उनके उनसे काफी कुछ पूछा। इस दौरान कुछ दिव्यांग बच्चों ने भी पीएम मोदी को अपनी बातें बताईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी बच्चो को बधाई देते हुए कहा कि “मैं अवार्ड जीतने वाले सभी बच्चों को बधाई देता हूं। उनके परिवारजनों को भी बधाई देता हूं और उन्हें देश की ओर से शुभकामनाएं देता हूं।”
देश के लिए किया गया हर काम वीरता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “26 दिसंबर का वो दिन, जब छोटी सी उम्र में हमारे साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की आयु कम थी लेकिन उनका हौसला आसमान से भी ऊंचा था। साहिबजादों ने मुगल सल्तनत के हर लालच को ठुकराया, हर अत्याचार को सहा। जब उन्हें दीवार में चुनवाने का आदेश दिया गया, तो साहिबजादों ने उसे पूरी वीरता से स्वीकार किया। साहिबजादों ने प्राण देना स्वीकार किया लेकिन आस्था के पथ से विचलित नहीं हुए। वीर बाल दिवस का ये दिन हमें सिखात है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता। देश के लिए किया गया हर काम वीरता है।”
सुपोषित ग्राम पंचायत विकसित भारत का आधार बनाने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “हम प्रयास कर रहे हैं कि हमारे युवा सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रहें। हमारे बच्चों को इनोवेटिव बनाने के लिए 10,000 से अधिक अटल थिंकिंग लैब्स की स्थापना की गई है। हमारे युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक अवसर मिल सकें, इसके लिए ‘मेरा युवा भारत’ अभियान शुरू किया गया है। आज देश की एक और बड़ी प्राथमिकता है, फिट रहना। देश तभी सक्षम बनेगा, जब देश का युवा स्वस्थ होगा। इसीलिए हम फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे आंदोलन चला रहे हैं। स्वस्थ युवा पीढ़ी ही स्वस्थ भारत का निर्माण करेगी। इसी सोच के साथ आज ‘सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान’ की शुरुआत की जा रही है। यह अभियान पूरी जनभागीदारी के साथ आगे बढ़ेगा। हमारा लक्ष्य है कि सुपोषित ग्राम पंचायत विकसित भारत का आधार बने।”