प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी में अमेरिका का दौरा कर सकते हैं। इस बात की जानकारी खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दी है। ट्रंप ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी उनके साथ बैठक के लिए संभवत: फरवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस आएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ट्रंप ने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री मोदी से लंबी बातचीत हुई। वह संभवतः अगले महीने फरवरी में ‘व्हाइट हाउस’ आएंगे। भारत के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं।
PM मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की फ़ोन पर बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ‘विश्वसनीय’ साझेदारी की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता जताई। इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य व्यापार, ऊर्जा और रक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग को बढ़ावा देना है। दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई, जिसमें उन्होंने पश्चिम एशिया और यूक्रेन की स्थिति समेत वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप शीघ्र ही मुलाकात करने पर सहमत हुए।
अपने प्रिय मित्र डोनाल्ड ट्रंप से बात करके अत्यंत खुशी हुई : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप से बातचीत होने के बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अपने प्रिय मित्र डोनाल्ड ट्रंप से बात करके अत्यंत खुशी हुई। उनकी ऐतिहासिक विजय और दोबारा राष्ट्रपति बनने पर उन्हें बधाई दी। हम एक-दूसरे को लाभ पहुंचाने वाली और भरोसेमंद साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अपने लोगों की भलाई, वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे।
ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच मित्रवत संबंध
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति के रूप में पहले कार्यकाल के दौरान उनकी आखिरी विदेश यात्रा भारत की थी। ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच मित्रवत संबंध रहे हैं। दोनों नेताओं ने सितंबर 2019 में ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम और फरवरी 2020 में अहमदाबाद में ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के जरिए हजारों लोगों को संबोधित किया था। नवंबर 2024 में ट्रंप की चुनावी जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी उनसे बात करने वाले विश्व के शुरुआती तीन नेताओं में शामिल थे।
भारत के विदेश मंत्री ने की थी अमेरिकी विदेश सचिव से मुलाकात
पिछले हफ्ते भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ मुलाकात में डोनाल्ड ट्रंप के विदेश सचिव मार्को रुबियो ने अनियमित प्रवासन से संबंधित चिंताओं को दूर करने की इच्छा पर जोर दिया था. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह कुशल श्रमिकों के कानूनी प्रवासन के लिए तैयार हैं और भारत आईटी पेशवरों के अपने विशाल समूह के लिए जाना जाता है, जिनमें से कई दुनिया भर में काम करते हैं.