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अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा 2.0: सीएम योगी ने जन्मदिन पर राम मंदिर परिसर में 7 मंदिरों का विधिवत उद्घाटन किया

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अपने 53वें जन्मदिन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर परिसर में राम दरबार और सात अन्य मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा का दूसरा चरण संपन्न किया। समारोह के दौरान मंदिर परिसर वैदिक मंत्रों से गूंज उठा, जिससे वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। श्री राम जन्मभूमि मंदिर की पहली मंजिल पर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से पहले सीएम योगी ने राम दरबार के सामने पूजा-अर्चना की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को और मजबूत किया

भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने जन्मदिन के पावन अवसर पर राम मंदिर परिसर में सात नए मंदिरों का विधिवत उद्घाटन किया। इस धार्मिक कार्यक्रम का नाम ‘प्राण प्रतिष्ठा 2.0’ रखा गया है, जो राम मंदिर परियोजना के अगले चरण का प्रतीक है। यह उद्घाटन समारोह अयोध्या की धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समृद्धि को बढ़ावा देने वाला एक ऐतिहासिक पल है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह प्राण प्रतिष्ठा राम मंदिर के विस्तार और परिसर के सौंदर्यकरण का हिस्सा है, जो भक्तों को एक नई आध्यात्मिक अनुभूति देगा। उन्होंने जोर दिया कि अयोध्या केवल भारत की धार्मिक राजधानी नहीं, बल्कि पूरे विश्व के हिंदू धर्मावलंबियों के लिए आस्था का केंद्र है।

प्रमुख पहलू और जानकारी:

  • सात मंदिरों का निर्माण: राम मंदिर परिसर में स्थापित नए सात मंदिरों का निर्माण पारंपरिक वास्तुकला और आधुनिक तकनीक के मेल से किया गया है। ये मंदिर भगवान राम, सीता माता, लक्ष्मण, हनुमान सहित अन्य देवी-देवताओं को समर्पित हैं।

  • धार्मिक अनुष्ठान: प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विशेष पूजा-अर्चना, हवन, मंत्रोच्चारण और भव्य आरती आयोजित की गई। इन अनुष्ठानों में स्थानीय पुरोहितों के साथ देश भर से आए श्रद्धालु और धार्मिक गुरु शामिल हुए।

  • सांस्कृतिक कार्यक्रम: उद्घाटन समारोह के दौरान सांस्कृतिक नृत्य, भजन-कीर्तन और धार्मिक कथाओं का आयोजन किया गया, जिसने सभी उपस्थित जनों का मन मोह लिया।

  • पर्यटन और विकास: इस परियोजना से अयोध्या को एक विश्व स्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल बनाने की योजना है, जिससे न केवल आस्था को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय रोजगार और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

  • स्वच्छता और हरित पहल: मंदिर परिसर के सौंदर्यकरण में पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी गई है। पूरे परिसर में हरियाली, साफ-सफाई और जल संरक्षण के आधुनिक उपाय किए गए हैं।

 

सीएम योगी आदित्यनाथ का संदेश:

सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा, “राम मंदिर अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान है। प्राण प्रतिष्ठा 2.0 के माध्यम से हम इस पावन धरोहर को और भी भव्य बनाएंगे। हमारा उद्देश्य है कि हर भक्त को यहां आने पर आध्यात्मिक शांति और संतुष्टि मिले।” उन्होंने सभी नागरिकों से राम मंदिर निर्माण में सहयोग और आस्था बनाए रखने की अपील भी की।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गए

प्रशासन ने इस भव्य आयोजन के लिए कड़ी सुरक्षा और सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की है। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनने के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। महंत मिथिलेश नंदिनी शरण ने कहा कि मुख्यमंत्री राजा राम समेत अन्य देवताओं की प्रतिष्ठा करने आ रहे हैं, जो अत्यंत हर्ष का विषय है। यह खुशी की बात है कि एक संन्यासी ने प्रदेश के आध्यात्मिक मूल्यों को समझकर उन्हें ऊर्जा से भर दिया है। मंदिर परिसर में समारोह की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और एक छोटा पंडाल भी सजाया गया है। एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे एवं मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने मंदिर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
एसपी सुरक्षा ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा पूरी तरह मजबूत है। आधुनिक सुरक्षा उपकरणों के माध्यम से मंदिर की निगरानी की जा रही है। एटीएस, सीएपीएफ, पीएसी और सिविल पुलिस की टीम तैनात की गई है।

 

कल हुआ था यज्ञमंडप और अभिषेक

कल यज्ञमंडप और अभिषेक का कार्यक्रम हुआ। बुधवार सुबह साढ़े छह बजे से यज्ञमंडप में दो घंटे तक देवताओं की पूजा-अर्चना की गई। अन्नाधिवास सुबह नौ बजे से 9:30 बजे तक संपन्न हुआ। यज्ञमंडप में हवन 9:35 से 10:35 बजे तक चला। 10:40 से 12:40 बजे तक राम दरबार सहित सभी देव विग्रहों का अभिषेक किया गया। जहां देव विग्रहों की स्थापना होनी है, वहां भी अभिषेक की प्रक्रिया पूरी की गई। दोपहर दो बजे से तीन बजे तक उत्सव विग्रहों ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया। इस दौरान पालकी पर चांदी की चौकियों पर राम दरबार की सभी उत्सव मूर्तियों और परकोटा के छह मंदिरों की उत्सव मूर्तियों को विराजित कर परिसर भ्रमण कराया गया।

 

आने वाले समय के लिए योजना

अयोध्या में अब मंदिर परिसर के चारों ओर सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालुओं के लिए आवास, भोजनालय, पुस्तकालय और सांस्कृतिक केंद्र शामिल हैं। इसके अलावा, स्मार्ट सिटी के तत्वावधान में अयोध्या में बेहतर सड़क, यातायात और सुरक्षा प्रबंध भी किए जाएंगे।

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