बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1.11 करोड़ से अधिक लाभार्थियों के खातों में 1227 करोड़ रुपये की सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि ट्रांसफर करने की घोषणा की। इस राशि के साथ, पेंशनधारियों को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति महीना पेंशन मिलेंगी, और आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा भी दी जाएगी। यह निर्णय राज्य सरकार के प्रयासों का हिस्सा है, जो कमजोर वर्गों को आर्थिक सहायता और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराती है।
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता और सामाजिक सुरक्षा योजनाएं
बिहार सरकार ने यह निर्णय समाज के कमजोर वर्गों के लिए समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने प्रशासन के इस कदम को सामाजिक सुरक्षा और मानवाधिकार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इसके माध्यम से राज्य सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि हर नागरिक को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिले।
नीतीश कुमार का बयान: समाज के हर वर्ग को मिलेगा हक और सम्मान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, “राज्य में समाज के हर वर्ग और हर तबके के लोगों को उनका पूरा हक और सम्मान मिले। यह शुरू से ही हमारी प्राथमिकता रही है।” उन्होंने 11 जुलाई के दिन को राज्य की एक बड़ी आबादी के लिए अत्यंत खुशी का दिन बताया और कहा कि “सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दी गई है। शुक्रवार को एक करोड़ 11 लाख से अधिक लाभार्थियों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से बढ़ी हुई दर से 1227.27 करोड़ की राशि भेज दी जाएगी। इससे राज्य के पेंशनधारियों को आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिलेगी।”
पेंशन राशि में वृद्धि, पहली बार इतनी बड़ी बढ़ोतरी
बिहार सरकार ने दिव्यांग, बुजुर्ग, और विधवा पेंशन में बढ़ोतरी की थी, जिससे यह राशि पहले 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति महीना कर दी गई है। यह पहली बार है जब पेंशनधारियों को इतनी बड़ी वृद्धि दी जा रही है। इससे लाखों पेंशनधारियों को आर्थिक सहायता मिल रही है, और सरकार का यह कदम सामाजिक सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
स्वास्थ्य सुविधाओं की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि सभी पेंशनधारियों को आयुष्मान कार्ड मुहैया कराया जाए, ताकि वे निःशुल्क उपचार प्राप्त कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम बिहारवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
पेंशन वितरण का तरीका: DBT के माध्यम से
इस पेंशन राशि का वितरण डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से किया जाएगा। इससे बिचौलियों और देरी की समस्याएं खत्म होंगी। विभिन्न जिलों जैसे पटना, बांका, जहानाबाद, और मुजफ्फरपुर में बड़ी संख्या में लाभार्थियों के खातों में यह राशि भेजी जा रही है। उदाहरण के लिए, बांका में 2.36 लाख लाभार्थियों को 24.10 करोड़ रुपये और मुजफ्फरपुर में 2.05 लाख लाभार्थियों को 22.62 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।
लाभार्थियों में खुशी का माहौल
पेंशन राशि में इस वृद्धि से लाभार्थियों में खुशी की लहर है। पुनपुन की रहने वाली मनोहरी देवी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि पहले उन्हें 400 रुपये मिलते थे, जिनसे वह दूध के चाय के लिए भी पैसे नहीं जुटा पाती थीं। अब उन्हें 1100 रुपये मिलेंगे, जिससे वह न केवल चाय, बल्कि मिठाई और बिस्कुट भी खरीद सकती हैं। उन्होंने अपनी खुशी नीतीश कुमार के प्रति आभार जताते हुए व्यक्त की।
रक्षा मंत्रालय द्वारा पेंशन बढ़ाने के प्रभाव
इस योजना के तहत राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि पेंशनधारी समुदाय को एक सम्मानजनक जीवन प्राप्त हो। यह कदम सामाजिक न्याय और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने सशस्त्र बलों के लिए भी कई नई योजनाओं को मंजूरी दी है, जिससे देश की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।
लाखों पेंशनधारियों को आर्थिक सहायता मिल रही
बिहार सरकार द्वारा की गई यह पेंशन वृद्धि न केवल वृद्ध, विधवा और दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाएगी, बल्कि यह सरकार की सामाजिक सुरक्षा के प्रति निष्ठा और प्रतिबद्धता को भी साबित करती है। इस कदम से लाखों पेंशनधारियों को आर्थिक सहायता मिल रही है, जो सामाजिक समरसता और कल्याणकारी राज्य की दिशा में एक और बड़ा कदम है।