भारत के गृह मंत्री अमित शाह आज 21 अगस्त को हिंदू गौरव दिवस का शुभारंभ करने जा रहे हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की आज पुण्यतिथि है। जहां इस मौके पर स्वयं देश के गृह मंत्री अमित शाह भी शिरकत करेंगे और हिंदू गौरव दिवस का शुभारंभ करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर चार लेन की सड़क का भी प्रस्ताव भेजा गया है, जिसे जल्द पास होने की उम्मीद है। बता दें कि देश के गृह मंत्री के साथ प्रदेश के कई बड़े मंत्री भी पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर अलीगढ़ में उपस्थित होंगे।
हर साल मनाया जायेगा हिंदू गौरव दिवस
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पुण्यतिथि को हर वर्ष हिंदू गौरव दिवस के रूप में मनाया जायेगा। आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे और बीजेपी सांसद राजवीर सिंह ने इसको लेकर मुहर लगा दी है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि अब से हम पूर्व मुख्यमंत्री जी की याद में हर साल 21 अगस्त को हिंदू गौरव दिवस मनाएंगे। वहीं इस दौरान उन्होंने रामघाट रोड का नाम बदलकर रामघाट-कल्याण मार्ग करने का भी प्रस्ताव सरकार को भेजा है। बता दें कि चार लेन सड़क के लिए करीब 517 करोड़ रूपये का प्रस्ताव भेजा गया है।
गृह मंत्री अमित शाह के साथ ये मंत्री भी रहेंगे शामिल
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की दूसरी पुण्यतिथि पर देश के गृह मंत्री अमित शाह हिंदू गौरव दिवस मनाएंगे। गृह मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में दोपहर 1 बजे पहुंचकर हिंदू गौरव दिवस मनाएंगे। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी भी उपस्थित होंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी दूसरी पुण्यतिथि को लेकर गृह मंत्री अमित शाह कुछ बड़ा ऐलान भी कर सकते हैं।
1991 में बने थे प्रदेश के मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का राजनीतिक सफर प्रदेश के लिए काफी खास रहा है। बता दें कि कल्याण सिंह को 24 जून 1991 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री चुना गया। हालांकि उनकी सरकार ज्यादा ज्यादा समय तक नहीं टिकी और 6 दिसंबर 1992 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। हालंकि प्रदेश की जनता ने 1997 में कल्याण सिंह को फिर से मुख्यमंत्री के लिए अपनी पहली पसंद चुना। कल्याण सिंह 21 सितंबर 1997 को फिर से प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और इस बार उनकी सरकार 12 नवंबर 1999 तक चली। वहीं इसके बाद कल्याण सिंह को वर्ष 2014 से 2019 तक राजस्थान के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया।
राम मंदिर निर्माण में है विशेष योगदान
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का राम मंदिर निर्माण में विशेष योगदान है। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। दरअसल तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया था कि वह बाबरी मस्जिद की सुरक्षा करेंगे। हालांकि 6 दिसंबर 1992 को जब कार सेवक राम मंदिर की ओर बढ़े और भारी सुरक्षा बल ने उन पर गोली चलाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से इजाजत मांगी, तो उन्होंने गोली चलाने की इजाजत नहीं दी। हालांकि इस कारण उन्हें सत्ता से भी बाहर जाना पड़ा। लेकिन इस पर उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा था कि मैं राम मंदिर के लिए एक सत्ता तो क्या कई सैकड़ो सत्ताओं को ठोकर मार सकता हूं।