राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण अस्वीकार किए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी पर भारतीय जनता पार्टी लगातार निशाना साध रही है। दरअसल भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी हिंदू विरोधी है और इसी कारण से कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पार्टी के सोमनाथ मंदिर से लेकर भगवान श्रीराम को मिथक बताने वाले कई बयानों और गतिविधियों को लेकर हमला बोला है।
महात्मा गांधी से अलग है वर्तमान कांग्रेस – सुधांशु त्रिवेदी
कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पार्टी को महात्मा गांधी की कांग्रेस पार्टी से अलग बताया। उन्होंने कहा, “मौजूदा कांग्रेस नेहरू कांग्रेस है। यह महात्मा गांधी की कांग्रेस से अलग है। महात्मा गांधी रामराज्य और रघुपति राघव राजा राम की बात करते थे और उनकी समाधि पर हे राम लिखा है, लेकिन रामराज्य की प्रतिष्ठा के श्रीगणेश के कार्यक्रम के विरोध से साफ है कि मौजूदा कांग्रेस का महात्मा गांधी के कांग्रेस से कोई संबंध नहीं है।”
भारत का विरोध करने का लगाया आरोप
कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाए कि कांग्रेस पार्टी भगवान राम के खिलाफ खड़ी हो गई है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चंद कट्टरपंथी वोटों के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगी दल भगवान राम के खिलाफ खड़े हो गए हैं। वहीं उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भारत का विरोध करने का भी आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस समेत विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करते-करते भारत का विरोध करने लगे थे और अब वह भगवान के विरोध तक पहुंच गया है।”
कई विपक्षी नेताओं ने ठुकराया निमंत्रण
अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के उद्घाटन के लिए कांग्रेस पार्टी ही नहीं बल्कि अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी निमंत्रण ठुकरा दिया है। हालांकि निमंत्रण ठुकराने के पीछे विपक्षी पार्टियों की तरफ से कोई भी मजबूत कारण नहीं बताया गया है। विपक्षी पार्टियां आरोप लगा रही हैं कि भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर का राजनीतिकरण कर रही है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि विपक्षी पार्टियां आस्था में भी राजनीति ढूंढ रही है और आरोप लगा रही हैं।