उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि औरंगजेब ने ईश्वर की दुर्गति की थी। हर समय हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा, इसी वजह से उसके वंशज कोलकाता में रिक्शा चलाते हुए पाए गए। अगर औरंगजेब ने ऐसा नहीं किया होता, तो आज उसके वंशजों की हालत बेहतर होती।
ऋषि-मनीषियों ने हजारों वर्ष पहले वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा यदि विश्व मानवता को बचाना है, तो सनातन धर्म का सम्मान करना होगा। हमारे ऋषि-मनीषियों ने हजारों वर्ष पहले वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही थी। सीएम योगी ने कहा, “दुनिया में केवल सनातन धर्म ही ऐसा धर्म है, जिसने हर जाति, मजहब और समुदाय को विपत्ति के समय शरण दी, लेकिन क्या कभी हिंदुओं के साथ ऐसा हुआ? क्या हुआ बांग्लादेश में? उससे पहले पाकिस्तान और अफगानिस्तान में क्या हुआ था?”
काशी, अयोध्या और संभल का किया जिक्र
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे काशी, अयोध्या और संभल का जिक्र करते हुए कहा, “कभी काशी विश्वनाथ धाम, कभी अयोध्या में, कभी संभल में कल्कि अवतार की हरिहर भूमि, कभी भोजपुर में। हर समय हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा गया। अब यह पता चला कि औरंगजेब के खानदान का एक व्यक्ति कोलकाता के पास रिक्शा चला रहा था। अगर उसने कभी ईश्वर की दुर्गति नहीं की होती, तो उसकी औलादों को ये दिन न देखना पड़ता।”
काशी, अयोध्या के साथ संभल का क्यों किया जिक्र
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के साथ काशी और मथुरा का बार-बार उल्लेख इसलिए किया क्योकि यहाँ मंदिर और मस्जिद के बीच विवाद चलता रहा है। हालांकि, अब तक संभल का जिक्र कम ही होता था। पिछले महीने, एक स्थानीय अदालत के आदेश पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण की टीम ने यहां स्थित मस्जिद का सर्वे किया। इस दौरान उग्र भीड़ और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसके बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। बिजली चोरी की जांच के दौरान, एक पुराना मंदिर मिला जो 46 साल से बंद पड़ा था। मंदिर के पास खुदाई में एक कुआं पाया गया, जिसमें मूर्तियां भी मिलीं। इस घटनाक्रम ने संभल को अचानक सुर्खियों में ला खड़ा किया। हिंदू पक्ष का दावा है कि इस स्थान पर भी मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी और अब यहां पूजा करने का अधिकार हिंदुओं का है। इस घटनाक्रम ने इस विवाद को और अधिक बढ़ा दिया है, जिससे संभल एक नया केंद्र बनता जा रहा है।
गलतियों को कभी नहीं दोहराना
मुख्यमंत्री योगी ने अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव को फिर से जीवित किया है। प्रभु रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण और अयोध्या धाम का समग्र विकास इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन ऐतिहासिक गलतियों के कारण भारत को गुलामी की बेड़ियां सहनी पड़ीं और धर्मस्थलों का अपमान हुआ, हमें उन गलतियों को कभी नहीं दोहराना है