संसद भवन परिसर में आंबेडकर के मुद्दे पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी घायल हो गए। जिसके बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को निशाने पर लिया जा रहा है। बता दें कि सांसद प्रताप सारंगी संसद की सीढ़ियों से गिर गए, जिसके बाद उन्हें व्हीलचेयर पर बाहर ले जाया गया। इस घटना को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। प्रताप सारंगी ने आरोप लगाया, “मैं सीढ़ियों पर खड़ा था, तभी राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जो मुझ पर गिरा और मैं गिरकर घायल हो गया।”
राहुल गांधी का व्यवहार गुंडे का था
इस घटना पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया और कहा कि “राहुल गांधी मारपीट करने के लिए बीच में घुसे थे। उनका व्यवहार मानो गुंडे का व्यवहार था, यह देश गुंडे को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने हमारे एक बुजुर्ग सांसद को धक्का देकर गिरा दिया।”
संबित पात्रा को भी दिया धक्का
वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि राहुल गांधी के लिए पर्याप्त जगह थी, लेकिन उन्होंने संबित पात्रा को भी धक्का दे दिया। यह अनावश्यक था। जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी तो सभी को पता चल जाएगा कि क्या हुआ था।
संसद कोई शारीरिक ताकत दिखाने का प्लैटफ़ॉर्म नहीं
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा, “आज संसद के मुख्य द्वार में भाजपा-NDA सांसदों का प्रदर्शन चल रहा था। राहुल गांधी और उनके सांसदों ने जबरदस्ती घुसकर अपना जो शारीरिक प्रदर्शन किया है, वो बहुत गलत है। संसद कोई शारीरिक ताकत दिखाने का प्लैटफ़ॉर्म नहीं है। राहुल गांधी ने भाजपा के 2 सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को जोर से धक्का दिया। राहुल गांधी ने जो धक्का-मुक्की की है, मैं उसका खंडन करता हूं। मैं राहुल गांधी से सवाल करना चाहता हूं कि अगर सब लोग अपनी ताकत दिखाकर मारपीट करने लग जाएंगे, तो संसद कैसे चलेगा? यह लोकतंत्र का मंदिर है। हमारे दोनों सांसद गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनका इलाज चल रहा है।”
संसद के इतिहास का ये काला दिन है
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “प्रताप चंद्र सारंगी जी को देखकर मन पीढ़ा से भर गया है। संसद के इतिहास का ये काला दिन है। मर्यादाओं की धज्जियां उड़ा दी गई। राहुल गांधी और कांग्रेस ने जो गुंडागर्दी की है उसका कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। अब वे ऐसी गुंडागर्दी करेंगे। ऐसा आचरण आज तक भारत की संस्कृति इतिहास में देखा नहीं गया। उनके लिए एक पाठशाला में ट्रेनिंग देनी चाहिए कि लोकतंत्र में आचरण कैसा होता है। हम इस गुंडागर्दी की निंदा करते हैं।”
विपक्ष के नेता को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “हमारे 2 सांसदों को गंभीर चोटें लगी हैं। 4-5 सांसदों ने आकर शिकायत दर्ज कराई है। मकर द्वार पर आज BJP-NDA सांसदों ने पहली बार प्रदर्शन किया। विपक्ष को लगा ये उनकी जागीर है। वे भीड़ को चीरते हुए आए। विपक्ष के नेता को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।”
यह लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना है
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांता मजूमदार ने कहा, “जिस तरह का आचरण विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा दिखाया गया, यह सच में लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना है। कांग्रेस जमींदारी मानसिकता से ग्रसित है।”
कांग्रेस हमेशा से बाबा साहब आंबेडकर का विरोध करती आई है
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “संसद में संविधान पर बहुत विस्तृत चर्चा हुई और जिस तरह से कांग्रेस के इतिहास को पूरे देश के सामने रखा गया, उससे कांग्रेस पूरी तरह से झल्लाई हुई है। उन्होंने हमारे 2 सांसदों को धक्का-मुक्की करके उनको घायल किया। क्या इस तरह से संसद में काम करने का तरीका होता है? कांग्रेस इस बात को समझ ले कि सारा देश स्पष्ट तौर पर जानता है कि कांग्रेस हमेशा से बाबा साहब आंबेडकर का विरोध करती आई है, उनका अपमान करती आई है।”
लोकतंत्र में शारीरिक रूप से चोट पहुंचाना अस्वीकार्य है
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “यह अभद्र भी था, अशोभनीय भी था और अस्वीकार्य भी है। लोकतंत्र में हमारे वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन लोकतंत्र में शारीरिक रूप से इस तरह से चोट पहुंचाना अस्वीकार्य है। इसकी जितनी भर्त्सना की जाए, उतनी कम है।”
कांग्रेस की हिंसा आज संसद तक पहुंच गई
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, “यह शर्मनाक है। हमारे एक सांसद को टांके भी लगे हैं। डॉ बीआर आंबेडकर या संविधान के बारे में कांग्रेस ने जो झूठ फैलाया है, उसका हर बार पर्दाफाश हुआ है। उनकी हिंसा आज संसद तक पहुंच गई है। “