उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर 500 साल बाद श्री राम जन्मभूमि वापस हो सकती है तो सिंध प्रांत (पाकिस्तान) क्यों नहीं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं की संकल्प शक्ति का भी जिक्र किया। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखंड भारत के विभाजन को लेकर बयान देते हुए कहा कि भारत के विभाजन को रोका जा सकता था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बयान बीते रविवार को राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन के समापन सत्र में दिए। फिलहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों की हर जगह चर्चा हो रही है।
कोई कारण नहीं कि सिंध प्रांत वापस न ले पाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखंड भारत के बंटवारे को लेकर श्रीराम जन्मभूमि का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब 500 वर्ष बाद श्रीराम जन्मभूमि वापस मिल सकती है, तो कोई कारण नहीं कि सिंध प्रांत (पाकिस्तान) वापस न ले पाएं। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं का भी जिक्र किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसके लिए वर्तमान पीढ़ी को बताने की जरूरत है कि उन्होंने क्या खोया और किन कारणों से खोया है। युवाओं की संकल्प शक्ति से सफलता पाई जा सकती है।
विभाजन रोका जा सकता था – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखंड भारत के विभाजन को लेकर बयान देते हुए कहा कि अखंड भारत के हिस्से का दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन और इसका सर्वाधिक शिकार सिंधी समाज हुआ। ये विभाजन टाला या रोका जा सकता था, लेकिन एक व्यक्ति की जिद ने विभाजन कराया। वह इसके आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आतंकवाद का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बड़ा भूभाग चला गया और आतंकवाद के रूप में त्रासदी का दंश देश लंबे समय तक झेलता रहा है।
सिंधी समाज सनातन धर्म का अभिन्न हिस्सा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस दौरान सिंधी समाज को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज सनातन धर्म का अभिन्न हिस्सा है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान के बाद सिंधी प्रतिनिधियों ने खड़े होकर काफी देर तक तालियां बजाई और इन्होंने जय श्रीराम का उद्घोष भी किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि सिंधी समाज परिश्रम व पुरुषार्थ से आगे बढ़ा और लगातार देशहित में कार्य कर रहा है। बता दें कि इस दौरान देश के 17 राज्यों और विदेश से सिंधी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।