उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या में चार दिवसीय 43वें रामायण मेले का उद्घाटन किया। इस मेले का आयोजन 5 से 8 दिसंबर तक सरयू नदी के तट पर स्थित रामकथा पार्क में किया जा रहा है, जहां गीत-संगीत और अध्यात्म की त्रिवेणी प्रवाहमान होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह अयोध्या पहुंचे और सबसे पहले हनुमानगढ़ी व रामलला के दरबार में हाजिरी दी। इसके बाद, उन्होंने जानकी महल ट्रस्ट में चल रहे विवाहोत्सव में भी भाग लेने की संभावना जताई।
अयोध्या के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को भी किया रेखांकित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अयोध्या के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “अयोध्या सनातन धर्म की पावन पूरी में से प्रथम पूरी है। हजारों वर्षों से, अयोध्या ने विश्व मानवता का मार्ग प्रशस्त किया है। यह वह भूमि है जहां कोई भी युद्ध करने का साहस नहीं कर सकता।” उन्होंने आगे कहा, “पिछले वर्ष जनवरी में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 500 वर्षों के संघर्ष के बाद रामलला को फिर से प्रतिष्ठित किया गया। पीएम ने अयोध्या के नागरिकों के प्रति अपना स्नेह और अनुराग व्यक्त किया था। अयोध्या ने उनके साथ न्याय नहीं किया, लेकिन श्रीराम ने हर प्रकार का संरक्षण दिया।”
समाजवादी पार्टी परिवारवाद में लिप्त है
उन्होंने सपा पर हमला करते हुए कहा, ” अयोध्या सांस्कृतिक रूप से विश्व में आगे बढ़ रहा। रामायण सीरियल को लोग देखने के लिए एक घंटे टीवी के सामने बैठते थे। डॉक्टर लोहिया ने रामायण उत्सव कार्यक्रम देश में प्रारंभ किए थे। जिसके मन में राम और जानकी के प्रति समर्पण नहीं है, उनको त्याग देना चाहिए।
डॉ. लोहिया राजनीति में आदर्शवादी थे, जबकि समाजवादी पार्टी परिवारवाद में लिप्त है। अपराधी और गुंडों के संरक्षण के बिना यह ऐसे तड़पते हैं, जैसे मछली पानी के बिना तड़पती है। वे लोहिया के नाम पर राजनीति करते हैं, लेकिन उनके आदर्शों का पालन नहीं करते।”
500 साल पहले जो बाबर ने किया, बांग्लादेश और संभल में आज वही हो रहा है
मुख्यमंत्री योगी ने आगे अयोध्या में जनता से बात करते हुए बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो हिंसा का जिक्र किया और इसे संभल के मामले से जोड़ते हुए कहा कि 500 साल पहले जो बाबर ने किया, बांग्लादेश और संभल में आज वही हो रहा है। तीनों मामलों की प्रकृति, तीनों के DNA एक जैसे हैं। आगे उन्होंने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर कोई मानता है कि बांग्लादेश में ऐसा हो रहा है, तो वही तत्व यहां भी आपको सौंपने के लिए इंतजार कर रहे हैं उन्होंने सामाजिक एकता को तोड़ने का पूरा इंतजाम कर रखा है। ये बातें करने वाले कुछ लोग ऐसे हैं, जिनकी विदेशों में संपत्ति है। अगर यहां कोई संकट आया, तो वे भाग जाएंगे। दूसरों को मरने के लिए यहीं छोड़ देंगे।
रामायण मेले में प्रस्तुत होने वाले कार्यक्रम
मेले का आयोजन 5 से 8 दिसंबर तक सरयू नदी के तट पर स्थित रामकथा पार्क में किया जा रहा है, जिसमें;
पांच दिसंबर को
रामलीला- हरे रामदास, अयोध्या (श्री जानकी आदर्श रामलील मंडल, अयोध्या)
पखावज वादन- विजय रामदास, अयोध्या
राम लाल नेहछू गायन- शांभवी शुक्ला, प्रयागराज
भजन गायन- विजय अग्निहोत्री, लखनऊ
छह दिसंबर को
रामलीला- हरे रामदास, अयोध्या (श्री जानकी आदर्श रामलील मंडल, अयोध्या)
अवधी लोक गायन- संजोली पांडेय, अयोध्या
अवधी लोक गायन एवं नृत्य नाटिका- क्षमा वर्मा, अयोध्या
सात दिसंबर को
भजन गायन- वीरेंद्र सिंघल, झांसी
रामलीला – मनीष दास अयोध्या (अवध आदर्श रामलीला मंडल, अयोध्या)
पखावज वादन- राजीव रंजन पांडेय, अयोध्या
लोक गायन- जान्हवी पांडेय, अंबेडकर नगर
भजन / लोक गायन- यामिनी पांडेय, लखनऊ
आठ दिसंबर को
रामलीला- मनीष दास अयोध्या (अवध आदर्श रामलीला मंडल, अयोध्या)
भजन एवं लोक गायन- कल्पना एस वर्मन, अयोध्या
जादू- श्री राजेश श्रीवास्तव, अमेठी
नृत्य नाटिका- संगीता आहूजा, अयोध्या
भजन गायन- मगन मिश्रा, लखनऊ