बिहार में हुए सियासी घमासान के बीच अब विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर भी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, पंजाब और बिहार समेत कई राज्यों में सीटों के बंटवारे पर गठबंधन में शामिल पार्टियों अभी कोई नतीजे पर नहीं पहुंची है। अभी तक सीटों का बंटवारा न होने का प्रमुख कारण गठबंधन में शामिल पार्टियों को उनके अनुसार सीट न मिलना है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में भी बढ़ी मुश्किलें
लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की उत्तर प्रदेश और बिहार में भी मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी के लिए मात्र 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि इससे पहले कांग्रेस नेता उत्तर प्रदेश में कम से कम 25 से 30 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रहे थे। वहीं अचानक से नीतीश कुमार के NDA में जाने से विपक्षी गठबंधन के लिए बिहार की लोकसभा सीटों पर भी बड़ा असर पड़ने वाला है।
पश्चिम बंगाल में भी हो चुका है ऐलान
लोकसभा चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल में भी स्थिति स्पष्ट हो चुकी है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालांकि अभी तक गठबंधन की ओर से इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। परंतु संभावना यही जताई जा रही है कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में सभी लोकसभा सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेंगी।
झारखंड और पंजाब में भी सियासी घमासान
सीटों के बंटवारे को लेकर झारखंड और पंजाब में भी सियासी घमासान जारी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। वहीं झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस में सीटों को लेकर खींचतान जारी है। कांग्रेस झारखंड की 14 में से 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर रही है। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा सात से कम सीटों पर समझौता करने को तैयार नहीं है।