दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के केलर क्षेत्र स्थित शुकरू वन में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी ढेर कर दिए गए। यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया और आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर क्षेत्र को घेर लिया। फायरिंग की शुरुआत होते ही सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभालते हुए पहले एक आतंकी को मार गिराया। इसके कुछ ही समय बाद दो और आतंकियों को भी ढेर कर दिया गया। यह अभियान पहलगाम हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकियों की तलाश के तहत चल रहे व्यापक ऑपरेशन का हिस्सा था। सेना की यह बड़ी सफलता क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ चल रही मुहिम को मजबूती देने वाली है।
एक्स पर पोस्ट कर साझा की जानकारी
भारतीय सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट साझा कर आतंकियों के मारे जाने की की पुष्टि की है। पोस्ट में साझा की गई तस्वीर में “ऑपरेशन केल्लर” लिखा हुआ है। सेना ने बताया कि 13 मई 2025 को राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को शोपियां के शोकल-केल्लर क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष खुफिया जानकारी मिली। इसके बाद सेना ने तुरंत सर्च और डेस्ट्रक्शन ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान आतंकियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में सेना ने मुंहतोड़ कार्रवाई की। तेज मुठभेड़ के बाद तीन आतंकियों को मार गिराया गया। सेना ने यह भी बताया कि ऑपरेशन अब भी जारी है।
पहचान किए गए आतंकियों में से पहला है:
शाहिद कुट्टे, जो शोपियां जिले का निवासी है और मोहम्मद यूसुफ कुट्टे का पुत्र है, 8 मार्च 2023 को लश्कर-ए-तैयबा (श्रेणी-A) में शामिल हुआ था। वह कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा। मुठभेड़ में मारे गए इस आतंकवादी ने 8 अप्रैल 2024 को डैनिश रिसॉर्ट पर फायरिंग कर दो जर्मन पर्यटकों और एक ड्राइवर को घायल किया था। इसके अलावा, 18 मई 2024 को बीजेपी सरपंच की हत्या और 3 फरवरी 2025 को एक TA जवान की हत्या में भी उसका संदिग्ध हाथ था।
दूसरा आतंकवादी: अदनान शफी डार
लश्कर-ए-तैयबा (श्रेणी-C) का आतंकवादी अदनान शफी डार, जो वांडूना मेलहोरा, शोपियां का निवासी है, 18 अक्टूबर 2024 को वाची इलाके में एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या में शामिल था। इस मुठभेड़ में वह मारा गया। तीसरे आतंकवादी की पहचान अभी जारी नहीं की गई है और इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
PM मोदी ने दी जानकारी, ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकवादियों का सफाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का खुलासा किया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया। भारतीय सेना के प्रेस ब्रीफिंग में DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने जानकारी दी कि 8-9 मई की रात पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में ड्रोन और एयरक्राफ्ट भेजे, लेकिन भारतीय सेना की तत्परता के कारण उनकी साजिश नाकाम रही। इसके साथ ही एलओसी पर पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
पाकिस्तान को हुआ भारी नुकसान
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रखी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 6-7 मई की रात नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तान के कई एयरबेस भी तबाह कर दिए गए। भारतीय सेना की इस सफल कार्रवाई ने पाकिस्तान को भारी सैन्य और आर्थिक नुकसान पहुंचाया, जिसके बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा की गई।