भारत ने गुरुवार को तुर्की की कंपनी सेलेबी एविएशन की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी, जो भारतीय हवाई अड्डों पर यात्री और कार्गो ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं प्रदान करती है। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद इस्लामाबाद के लिए अंकारा के समर्थन और भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशन सिंदूर की आलोचना के बाद भारत और तुर्की के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह घटनाक्रम हुआ है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने किया ऐलान
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने घोषणा की है कि भारत में एयरपोर्ट पर ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं देने वाली तुर्की की कंपनी सेलेबी एनएएस एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी गई है। जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया है।
तुर्की की सेलेबी कंपनी का भारत से पूरी तरह समापन
जिस तुर्की की सेलेबी कंपनी की सुरक्षा मंजूरी रद्द की गई है, उसका भारत से पूरी तरह समापन हो चुका है। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र लिया गया है। पहलगाम हमले के बाद तुर्की के पाकिस्तान समर्थन से देशभर में गुस्सा है और सेलेबी पर बैन की मांग तेज़ हो गई थी। मंत्रालय ने जनभावनाओं और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कंपनी की मंजूरी रद्द कर दी। दुनियाभर में सेलेबी के 16,000 कर्मचारी हैं, जिनमें से 10,000 भारत में कार्यरत थे।
तुर्की संस्थानों के साथ सभी शैक्षणिक समझौते निलंबित
सेलेबी पर कार्रवाई का आदेश BCAS के संयुक्त निदेशक (ऑपरेशंस) सुनील यादव द्वारा जारी किया गया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और देशहित सर्वोपरि हैं, और यह निर्णय सुरक्षा मानकों के सख्त पालन को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। इसी बीच, देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों ने भी तुर्की के संस्थानों के साथ अपने अकादमिक समझौतों (MoUs) को राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र निलंबित करना शुरू कर दिया है। हाल ही में जामिया मिलिया इस्लामिया ने एक बयान जारी कर तुर्की सरकार से संबद्ध सभी संस्थानों के साथ अपने सभी MoUs को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की घोषणा की है।