बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के बयान पर पलटवार किया है। दरअसल शंकराचार्य ने हाल ही में एक बयान देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात हुआ है। हमारा दुख तब तक नहीं जाएगा, जब तक वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन जाते हैं। शंकराचार्य के इस बयान पर कंगना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “राजनीति में गठबंधन, संधि और एक पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक बात है। कांग्रेस पार्टी का विभाजन 1907 में और फिर 1971 में हुआ, अगर राजनीति में राजनीतज्ञ राजनीति नहीं करेगा तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?”