रीवा के चोरहटा में वर्षों से संचालित हवाई पट्टी को अब एयरपोर्ट के रूप में विस्तार किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका वर्चुअल उद्घाटन किया, जिससे अब यहां से भोपाल, लखनऊ और खजुराहो के लिए हवाई उड़ानें शुरू होंगी। भविष्य में रीवा हवाई कनेक्टिविटी के माध्यम से दिल्ली और हैदराबाद से भी जुड़ सकेगा।
पीएम मोदी ने किया वर्चुअली उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बनारस से वर्चुअली 6100 करोड़ रुपये की लागत से बने रीवा के चोरहटा हवाई अड्डे सहित देश के करीब 7 हवाई अड्डों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रीवा के हवाई अड्डे में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और डिप्टी सीएम तुलसी सिलावट भी शामिल हुए। चोरहटा हवाई अड्डा मध्य प्रदेश के रीवा जिले में स्थित है और यह क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। इस एयरपोर्ट के निर्माण से न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि यह पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री ने उद्घाटन के दौरान एयरपोर्ट की सुविधाओं और इसके महत्व पर प्रकाश डाला, साथ ही यह भी बताया कि कैसे यह हवाई अड्डा मध्य प्रदेश को अन्य राज्यों से जोड़ने में मदद करेगा।
सीएम मोहन यादव ने की बड़ी घोषणा
रीवा में हवाई अड्डे की शुरुआत के साथ ही मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने रीवा वासियों को दिवाली का तोहफा दिया है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “हवाई अड्डे के उद्घाटन के साथ ही अब रीवा वासियों को एक महीने के लिए केवल 999 रुपये में हवाई यात्रा का लाभ मिलेगा। इसे दीपावली के अवसर पर रीवा की विशेष सौगात माना जा रहा है।”
मोहन यादव ने कांग्रेस पर कसा तंज
रीवा वासियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “2003 से पहले कांग्रेस की सरकार थी। यदि वे चाहतीं, तो हवाई यात्रा की शुरुआत कर सकती थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रीवा में मेरा ससुराल है, और जब मेरा विवाह 1993 में हुआ, तब यहां रेल की कनेक्टिविटी भी नहीं थी। आज भाजपा के शासन में रीवा के लोग हवाई यात्रा करने के लिए तत्पर हैं।”
विंध्य के विकास पर क्या बोले सीएम?
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रीवा और विंध्य के विकास पर बोलते हुए कहा कि “रीवा में लगातार विकास के काम हो रहे हैं। 6 लेन टनल, 750 मेगावाट सोलर प्लांट, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज की सौगात विंध्य को दी गई है।” सीएम ने आगामी 23 अक्टूबर को रीवा में होने वाले इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव को लेकर कहा कि “हमारी सरकार लगातार इन्वेस्टर्स से बात कर रही है। उद्योगपतियों ने बताया कि यहां कंटेनर की जरूरत पड़ सकती है। यदि कंटेनर बनाने की जरूरत पड़ेगी तो रीवा में ही इसे बनाया जाएगा, इसकी मैं घोषणा करता हूं। वहीं, रीवा में मालवाहक वाणिज्य के संचालन की व्यवस्था भी होगी।”
क्या बोले डिप्टी सीएम जगदीप देवड़ा?
मंच पर डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने बहुत कम समय में लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली है। उन्होंने 20 अक्टूबर को रीवा की आने वाली पीढ़ी के लिए एक ऐतिहासिक दिन बताया। वहीं, डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रीवा में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि विंध्य क्षेत्र में तीन नेशनल पार्क हैं और मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर सफारी भी है। इसके अलावा, रीवा से सबसे अधिक सीमेंट का निर्यात होता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पहले जब वे उद्योगपतियों को रीवा में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करते थे, तो वे अक्सर पूछते थे कि क्या यहां एयरपोर्ट है। और देखिए आज रीवा को एयरपोर्ट की सौगात मिल गई है।
110 साल पुराना है रीवा का हवाई इतिहास
रीवा का हवाई इतिहास 110 वर्षों पुराना है। यह कहानी 1914 में शुरू होती है, जब महाराजा व्यंकट रमण सिंह जू देव ने 18 हजार रुपए में एक लड़ाकू विमान खरीदा। यह विमान प्रथम विश्व युद्ध में शामिल होने के लिए रंगून भेजा गया, लेकिन लौटते समय यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद, 1915 में महाराजा ने 22,500 रुपए में एक और लड़ाकू विमान मंगवाया। इस तरह, रीवा में हवाई यात्रा का यह सिलसिला जारी रहा और तीसरा विमान भी यहां शामिल हुआ। इन विमानों को उड़ाने के लिए भारत से ही तीन पायलट चुने गए थे, जिनकी ट्रेनिंग इंग्लैंड में हुई थी। इस प्रकार, रीवा ने अपने हवाई इतिहास की शुरुआत की, जो अब एक महत्वपूर्ण हवाई अड्डे के उद्घाटन के साथ नया अध्याय लिख रहा है। यह न केवल रीवा बल्कि पूरे विंध्य क्षेत्र के लिए विकास और प्रगति का प्रतीक बन गया है।