लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन सीटों के बंटवारे पर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की यह कोशिश अभी तक सफल नहीं हो पाई है। बता दें कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की आज वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले हुए हैं, परंतु सीटों के बंटवारे पर अभी तक मोहर नहीं लग सकी है। वही वर्चुअल बैठक के माध्यम से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नीतीश कुमार ने ठुकराया प्रस्ताव
I.N.D.I.A गठबंधन की वर्चुअल बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने का प्रस्ताव पेश किया गया। हालांकि इस मीटिंग से पहले भी कई बार यह आशंकाएं जताई गई थीं कि नीतीश कुमार को I.N.D.I.A गठबंधन का संयोजक बनाया जा सकता है। परंतु जब यह प्रस्ताव मीटिंग में रखा गया, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने नाम के प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
खड़गे को सौंपी गई बड़ी जिम्मेदारी
I.N.D.I.A गठबंधन की वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने के प्रस्ताव पर मोहर नहीं लग सकी। हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे को I.N.D.I.A गठबंधन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी वर्चुअल मीटिंग में शामिल रहे।
सीटों के बंटवारे पर कब लगेगी मोहर?
I.N.D.I.A गठबंधन की अब तक कई बैठक आयोजित हो चुकी हैं और हर बैठक से पहले विपक्ष के नेताओं द्वारा सीटों के बंटवारे पर स्थिति स्पष्ट किए जाने का बयान जारी किया जाता है। हालांकि कई बैठे आयोजित होने के बाद भी अभी तक विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की ओर से सीटों के बंटवारे पर मोहर नहीं लग सकी है। हालांकि इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि क्षेत्रीय पार्टियां अपने-अपने क्षेत्र में बिना गठबंधन में शामिल हुए चुनाव लड़ना चाहती हैं। अगर यही हाल रहा तो I.N.D.I.A गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले ही ढह जाएगा।