प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशभर के 47 शहरों में आयोजित रोजगार मेलों के दौरान 51,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए युवाओं को संबोधित भी किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि सरकार का उद्देश्य पारदर्शी और ईमानदार भर्ती प्रक्रिया को बढ़ावा देना है और उन्होंने ‘बिना पर्ची, बिना खर्ची’ के मंत्र को आगे बढ़ाने की बात की।
रोजगार मेलों से युवाओं को मिलेगा राष्ट्र निर्माण में योगदान का अवसर
प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से कहा कि “आप आने वाले समय में देश के विकास की रफ्तार को तेज करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि “कुछ युवा देश की रक्षा करेंगे, कुछ ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सच्चे सिपाही बनेंगे, कुछ वित्तीय समावेशन मिशन को मजबूत करेंगे, तो कुछ उद्योगों के विकास में योगदान देंगे।”
राष्ट्र सेवा है सबसे बड़ी पहचान: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि “आपके विभाग भले ही अलग हों, लेकिन आपका उद्देश्य एक ही है- राष्ट्र सेवा।” उन्होंने कहा कि “आप सभी एक शरीर के अंग हैं, और वह अंग है देश की सेवा”, इस प्रकार उन्होंने युवाओं को राष्ट्रीय कार्य में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
रोजगार मेले का उद्देश्य: पारदर्शिता और काबिलियत पर आधारित भर्ती प्रक्रिया
रोजगार मेलों का उद्देश्य सरकारी नौकरियों में पारदर्शी और तेज़ भर्ती प्रक्रिया को लागू करना है। पीएम मोदी ने कहा कि इस अभियान ने यह विश्वास मजबूत किया है कि अब सरकारी नौकरी सिफारिश या रिश्वत के बिना, केवल काबिलियत के आधार पर मिल सकती है।
अक्टूबर 2022 से शुरू हुआ रोजगार मेला अभियान
रोजगार मेला अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने 22 अक्टूबर 2022 को की थी। इस दौरान पीएम ने 2023 के अंत तक 10 लाख सरकारी नौकरियों देने का लक्ष्य रखा था। नवंबर 2023 तक 7 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार मेलों के माध्यम से नौकरी दी जा चुकी थी।
बड़े उत्सव के रूप में रोजगार मेलों का आयोजन
इस आयोजन के दौरान, पीएम मोदी ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले 12 फरवरी 2024 को आयोजित 12वें रोजगार मेले में 1 लाख से अधिक जॉब लेटर वितरित किए गए थे। इस अभियान के माध्यम से लाखों युवाओं को केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरी मिल चुकी है।
रोजगार मेलों के जरिए युवाओं को अवसर और पारदर्शिता का विश्वास
रोजगार मेलों के माध्यम से पीएम मोदी ने यह सुनिश्चित किया है कि युवाओं को सरकारी नौकरी सिफारिश और रिश्वत के बिना मिल सके। इस कदम से पारदर्शिता और काबिलियत को महत्व दिया गया है, जिससे देश का विकास तेज़ी से हो सके। यह युवाओं के लिए स्वर्णिम अवसर है, जो भविष्य में राष्ट्र निर्माण में योगदान देंगे।