प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को हरियाणा की धर्मनगरी (कुरुक्षेत्र) पहुंचेंगे। जहां पर पीएम मोदी थीम पार्क में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। इस रैली को लेकर कार्यकर्ताओं ने तैयारियां भी शुरू कर दी है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी लगातार कई रैली करेंगे। पीएम मोदी 14 सितंबर को हरियाणा का दौरा करेंगे। कुरुक्षेत्र की धरती से चुनाव का शंखनाद करेंगे। इसी बीच भाजपा नेता संजय भाटिया ने कहा कि “चुनाव में जीत का मंत्र फूंकने के लिए पीएम मोदी आ रहे हैं। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से रैली में आने की अपील की है।”
भाजपा की 10 साल की उपलब्धियों पर होगी चर्चा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भाजपा ने फैसला किया है कि पिछले 10 साल की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताया जाए और साथ ही इस दौरान कांग्रेस और भ्रष्टाचार पर भी भाजपा बात करेगी। इतना ही नही इसके साथ ही महिलाओं के लिए योजनाओं के ऐलान किए जाने को लेकर भी पीएम मोदी बात करेंगे। चुनावी घोषणापत्र के जरिए वादे भी किए जाएंगे जिनपर बीजेपी खरा भी उतरेगी।
सुरक्षा व्यवस्था के हुए पुख्ता इंतजाम
हरियाणा के कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “आने वाली 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए रैली करने के लिए पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री की रैली और सुरक्षा को लेकर कुरुक्षेत्र पुलिस पूरे अलर्ट मोड पर है। प्रधानमंत्री की रैली को लेकर दूसरे जिलों से भी अतिरिक्त पुलिस यहां पर बुलाई जाएगी। जो यहां पर यातायात को नियंत्रित करने से लेकर प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।”
CCTV से होगी निगरानी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रधानमंत्री की रैली को लेकर अभी से जिले में चेकिंग अभियान की रफ्तार बढ़ा दी गई है और पुलिस जिले में एंट्री होने वाले प्रत्येक रास्ते पर निगरानी लगाकर आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग कर रही है। वहीं, सीसीटीवी कैमरे पर भी कुरुक्षेत्र पुलिस निगरानी रख रही है और कुरुक्षेत्र में होने वाली हर गतिविधियों पर नजर रख रही है।
ट्रैफिक को किया जाएगा डायवर्ट
इसी कड़ी में पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री की रैली को लेकर यातायात डायवर्ट किया जाएगा। उसके लिए प्लान कुरुक्षेत्र पुलिस के द्वारा तैयार किया जा रहा है। यातायात डायवर्सन के लिए जो भी गाइडलाइन जारी की जाएगी। उसे मीडिया के जरिए स्थानीय लोगों को और आसपास के जिलों के लोगों को बता दिया जाएगा। ताकि किसी को रैली के दौरान कोई परेशानी ना हो।