कांग्रेस पार्टी द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व में देश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली जा रही है। राहुल गांधी इस यात्रा में भारतीय जनता पार्टी पर भी हमला बोल रहे हैं। इस यात्रा के जरिए राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। दरअसल राहुल गांधी ने राम मंदिर उद्घाटन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। वहीं इस यात्रा में उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करते हुए धर्म को लेकर भी बयान जारी किया है।
धर्म को लेकर दिया बयान
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में नागालैंड की राजधानी कोहिमा में एक रैली को संबोधित करते हुए धर्म का जिक्र किया और धर्म को निजी रिश्ता बताया। उन्होंने कहा, “जो सचमुच में धर्म को मानता है, वो धर्म का पर्सनल रिश्ता रखते हैं।” वहीं उन्होंने धर्म को लेकर आगे बोलते हुए यह भी कहा, “जो धर्म के साथ ‘सार्वजनिक संबंध’ रखते हैं, वो धर्म का लाभ उठाने की कोशिश करते हैं। मैं धर्म का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करता हूं।”
राम मंदिर का निमंत्रण अस्वीकार करने का भी बताया कारण
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राम मंदिर का निमंत्रण अस्वीकार किए जाने को लेकर राहुल गांधी ने बयान जारी किया है। राहुल गांधी ने राम मंदिर उद्घाटन को राजनीतिक कार्यक्रम बताते हुए कहा, ” यह समारोह एक राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है।” वहीं उन्होंने 4 मठों के शंकराचार्य का जिक्र करते हुए कहा, “हिंदू धर्म के प्रमुख लोगों तक ने कहा है कि यह धार्मिक कार्यक्रम नहीं है।”
राम मंदिर को लेकर बोला जा रहा भाजपा पर हमला
कांग्रेस पार्टी सहित तमाम विपक्षी पार्टियों द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर राम मंदिर को लेकर लगातार हमला बोला जा रहा है। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर को लेकर राजनीति कर रही है और इसका चुनावी फायदा उठाना चाहती है। वहीं भारतीय जनता पार्टी इसे आस्था के रूप में देख रही है। भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि जहां भगवान राम का जन्म हुआ, वहां उनका मंदिर बनना भारतीयों के लिए गर्व का विषय है।