सुलतानपुर में सर्राफ की दुकान पर डकैती के आरोपित मंगेश यादव की पुलिस मुठभेड़ में मौत पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस केवल जाति देखकर एनकाउंटर कर रही है। इसी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए जवाब दिया और कहा कि “कोई डकैत पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है तो सपा को क्यों बुरा लगता है?”
क्या बोले सीएम योगी?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए करार जवाब दिया और कहा कि “कोई डकैत पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है तो सपा को क्यों बुरा लगता है? अगर डकैतों का सुराग न लग पाता तो सपा नेता कहते हैं कि अराजकता है। डकैत अगर मुठभेड़ में मारा जाता है तो वे कहते हैं ऐसा नहीं होना चाहिए। तो उनसे पूछा जाना चाहिए कि क्या होना चाहिए? जो डकैत मारा गया वह ग्राहकों को गोली मार देता तो उनकी जान समाजवादी पार्टी वापस कर पाती क्या? ग्राहक कोई यादव, दलित या किसी भी जाति का हो सकता था।”
सत्ता विरासत में मिल सकती है है बुद्धि नहीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि “2017 से पहले पुलिस भागती थी क्योंकि गुंडे पीछे भागते थे और अब उल्टा है अब गुंडा और माफिया भाग रहा है पुलिस उसको दौड़ा रही है और अगर उसने तब भी कोई दुस्साश किया तो फिर वही उसका राम नाम सत्य है। सरकार चलाने के लिए जज्बा, दिल और दिमाग चाहिए। सत्ता विरासत में मिल सकती है लेकिन बुद्धि और दिमाग विरासत में नहीं मिलता है। जो लोग सत्ता को अपनी बपौती मानते थे, वे समझने लगे हैं कि अब उन्हें प्रदेश में कभी वापस नहीं आना है, इसलिए अराजकता पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका विकास से कोई लेना देना नही, रोजगार और बेटी की सुरक्षा, व्यापारी की सम्मान से उनका कोई वास्ता नहीं है।
अखिलेश ने लगाया था आरोप
अखिलेश ने आरोप लगाया था कि “नकली एनकाउंटर, आरोपी को उसकी जाति देखकर मारा गया” अपनी एक्स पोस्ट में सपा प्रमुख ने दावा किया कि “आरोपी मंगेश यादव की गलत तरीके से हत्या की गई जबकि मामले का मुख्य आरोपी पहले ही सरेंडर कर चुका है। मंगेश को उसकी जाति देख कर मारा गया है।”