लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी हमला बरकरार है। बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर को लेकर शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने एक बयान दिया था, जिसके बाद से सियासत काफी तेज हो गई। दरअसल उद्धव ठाकरे ने अंदेशा जताते हुए कहा था कि राम मंदिर उद्घाटन के समय गोधरा जैसी घटना हो सकती है। उनके इस बयान के बाद से ही उद्धव ठाकरे बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रशाद मौर्य ने उद्धव ठाकरे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इस वाक्य के लिए उद्धव ठाकरे को माफ़ी मांगनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने कहा कि भगवान राम 500 साल बाद अपने जन्म स्थान पर विराजमान होंगे। उनके विराजमान होने के बाद यूपी की कानून व्यवस्था और भी सुदृण हो जायेगी। मौर्य ने कहा कि योगी राज में प्रदेश गुंडा मुक्त है, अब प्रदेश में दंगा नहीं होता।
सुशासन के पथ पर प्रदेश बढ़ रहा आगे
केशव प्रशाद ने उद्धव ठाकरे पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन में उत्तर प्रदेश में विकास हो रहा है और यहां पर शुसाशन कायम हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गरीबों का उत्थान हो रहा है। वहीं राम मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि जब राम मंदिर बनने का आदेश आया था, तब भी शांति व्यवस्था कायम थी और अब जब मंदिर बन रहा है, तब भी शांति व्यवस्था कायम है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि भूमि पूजन के समय भी व्यवस्था कायम थी और जब रामलाला विराजमान होंगे, तो हनुमान जी गदा लेकर घूमेंगे।
ये था उद्धव ठाकरे का पूरा बयान
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर काफी विवादित बयान दिया। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी उद्धव ठाकरे पर लगातार हमलावर है।आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम का प्राण प्रतिष्ठान होने वाला है, जिसे लेकर शिवशेना प्रमुख ने गोधरा जैसी घटना होने की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था की राम मंदिर के उद्घाटन में देश भर से भक्त आयेंगे और जब उनको लौटना होगा, तो शायद गोधरा जैसा कांड न हो जाय। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राम मंदिर का उद्घाटन 2024 में होगा।