उत्तर प्रदेश के विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भरपूर प्रयास कर रहे हैं। यही कारण भी है कि आज उत्तर प्रदेश विकास के क्षेत्र में बहुत आगे निकल चुका है। निवेश के मामले में भी उत्तर प्रदेश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। बढ़ते निवेश के चलते आज उत्तर प्रदेश में विकास के साथ रोजगार भी स्थापित हुआ है। प्रदेश विकास कार्यों में अन्य राज्यों की तुलना में बड़ी तेजी के साथ उभर रहा है। प्रदेश में लाखों, करोड़ों के निवेश प्रस्ताव आए हैं, जो प्रदेश में विकास की राह को रफ्तार दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री के समय में आया बड़ा बदलाव
उत्तर प्रदेश में निवेश के मामलों में जो बड़ा बदलाव आया है वह उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समय में आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में उत्तर प्रदेश में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस समय ऐसा भी था जब निवेदक उत्तर प्रदेश में निवेश करने से बचते हुए नजर आते थे, परंतु आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों ने निवेशकों के विचारधारा को बदल कर रख दिया है। आज न सिर्फ देश बल्कि विदेशों से भी निवेदक उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आतुर हैं।
33.50 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों के फलस्वरूप वर्तमान में उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए निवेश का केंद्र बन चुका है। आज उत्तर प्रदेश में निवेदक करोड़ों रुपए तक का निवेश कर रहे हैं। अगर आंकड़ों की ओर नजर डालें, तो ग्लोबल इंवेस्टर समिट-23 में उत्तर प्रदेश को 33.50 लाख करोड़ रूपये तक का निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ है, जो कि अपने आप में बड़ा निवेश है। उत्तर प्रदेश में आए इस निवेश प्रस्ताव ने कई राज्यों के निवेश के रिकॉर्ड तोड़कर रख दिए हैं।
3.82 लाख करोड़ रूपये की परियोजनाएं धरातल पर पहुंची
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को 33.50 लाख करोड रूपये का निवेश प्राप्त हुआ है, जिसमें से करीब 3.82 लाख करोड़ रूपये की परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं। इन परियोजनाओं के चलते उत्तर प्रदेश कई अन्य विकास कार्यों के लिए भी तैयार हो चुका है। उत्तर प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों के चलते न सिर्फ प्रदेश का विकास हो रहा है, बल्कि प्रदेश में रोजगार भी लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता से किए अपने वादों को हर स्तर पर पूरा करते दिख रहे हैं।