सनातन धर्म को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया के कई नेताओं की तरफ से लगातार विवादित बयान दिया जा रहा है। जहां विवादित बयान के चलते विपक्षी गठबंधन इंडिया अब भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आ गया है। भारतीय जनता पार्टी विपक्षी गठबंधन के उन तमाम नेताओं पर पलटवार कर रही है, जिन्होंने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। जहां देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सनातन धर्म को लेकर विपक्ष के नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि सनातन धर्म शाश्वत है, दुनिया की कोई भी ताकत इसे खत्म नहीं कर सकती है।
सनातन धर्म ने वसुधैव कुटुंबकम का दिया है संदेश
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान के दौरान कहा कि सनातन धर्म ने वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है, जिसका अर्थ होता है कि पूरी दुनिया ही हमारा परिवार है। इसके बाद रक्षा मंत्री ने सनातन धर्म पर बयान देने वाले नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारी माताएं और बहनें जब आटा गूंथती हैं, तो अगर आसपास से कोई चींटी भी गुजरती है, तो माताएं और बहनें आटे का एक छोटा सा हिस्सा उस चींटी को खाने के लिए दे देती हैं, ऐसी सनातन संस्कृति और धर्म को दुनिया की कोई भी ताकत नष्ट नहीं कर सकती है।
उदयनिधि स्टालिन ने दिया था विवादित बयान
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर बड़ा विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था सनातन धर्म डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों में से एक है। इस धर्म को जड़ से ही उखाड़ कर फेंक देना चाहिए। उदयनिधि स्टालिन के इस बयान के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी और सनातन धर्म के लोग उदयनिधि पर पलटवार करते हुए नजर आए। जहां हाल ही में भाजपा की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी उदयनिधि पर पलटवार करते हुए कहा था कि जब तक सनातन के भक्त जिंदा हैं, इसे कोई नहीं मिटा सकता है।
बीजेपी ने बताया वोट बैंक की राजनीति
सनातन धर्म को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया की तरफ से कई विवादित बयान सामने आए हैं। जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन का बयान, इसके बाद कर्नाटक के गृहमंत्री का बयान और उसके बाद इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य सहित कई नेताओं के बयान शामिल हैं। इन विवादित बयानों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इसे विपक्ष की वोट बैंक की राजनीति बताया है। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने बताया कि इन बयानों से स्पष्ट होता है कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की सनातन धर्म को लेकर क्या मानसिकता है।