अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण कार्य जोरों शोरों पर चल रहा है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में बनाए जा रहे भगवान राम के भव्य मंदिर की कई तस्वीरें साझा की हैं। जहां इन तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि राम मंदिर निर्माण का कार्य बड़ी तेजी से पूरा हो रहा है। तस्वीरों में दिखा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर के बाद फर्स्ट फ्लोर भी आकार ले रहा है। बता दें कि ग्राउंड फ्लोर के बाद फर्स्ट फ्लोर पर खंभे भी खड़े किए जा चुके हैं। उप मुख्यमंत्री द्वारा साझा की गई तस्वीरें ड्रोन से खींची गईं हैं। वहीं फोटोज के अनुसार खंभों की ऊंचाई करीब 10 फीट बताई जा रही है।
उप मुख्यमंत्री ने साझा की तस्वीरें
प्रभु श्री राम के मंदिर की तस्वीर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर साझा की। जहां उन्होंने एक पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि ‘अयोध्या धाम में श्री रामजन्मभूमि मंदिर के द्वितीय तल पर द्रुत गति से चल रहे निर्माण कार्य की एक झलक।’ उप मुख्यमंत्री द्वारा साझा की गई इन तस्वीरों पर श्रद्धालु खूब कमेंट कर रहे हैं। बता दें कि इन तस्वीरों को देखकर श्रद्धालु काफी खुश है कि मंदिर के निर्माण का कार्य बड़ी तेजी से चल रहा है।
2024 में गर्भ गृह में विराजमान होंगे प्रभु राम
अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण का कार्य जिस तेजी से साथ चल रहा है। उससे यह कहना आसान है कि अब बहुत जल्द प्रभु श्री राम मंदिर में विरामाजन होंगे। बता दें कि प्रभु श्री राम आगामी वर्ष अर्थात 2024 में गर्भ गृह में विराजमान होंगे। निर्धारित माह की बात करें, तो जनवरी 2024 में रामलाल को गर्भ ग्रह में विराजमान किया जाएगा। निर्धारित समय तक निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए तीव्र गति से कार्य जारी है।
भारतीय जनता पार्टी ने अपना वादा किया पूरा
भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में सत्ता में आने से पहले देश से वादा किया था कि वह राम मंदिर बनवाएंगे। जिसके लिए एक नारा भी सामने आया था। जहां नारे में कहा गया था कि “राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे।” और हुआ भी ऐसा ही। बता दें कि पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया। उसके बाद भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया। फैसला आने के बाद से ही मंदिर निर्माण के कार्य को लेकर मीटिंग हुईं और मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया गया।