समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। जहां अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी को लेकर कहा कि आम इंसान का भारतीय जनता पार्टी से अब मन भंग होता जा रहा है। इस दौरान उन्होंने महंगाई को लेकर भी बयान दिया। इसके साथ ही अखिलेश भाजपा राज में न्याय व्यवस्था को लेकर भी आरोप लगाते हुए नजर आए। उन्होंने अपने बयान में भाजपा का सफाया तक करने की बात कह दी।
भाजपा जातिवाद को हवा देकर जीतती है चुनाव
रसूलाबाद में कई कार्यकर्ताओं से उनके घर मिलने पहुंचे अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी पर जमकर बरसते हुए नजर आए। अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जातिवाद को हवा देकर चुनाव जीतती है। इसके बाद सपा मुखिया ने गरीबों का जिक्र करते हुए कहा कि गरीबों की कुछ सुनी नहीं जा रही है। तहसीलों और थानों में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। वहीं बिजली पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि बिजली के बढ़ते दामों के चलते आम आदमी काफी परेशान हो गया है। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि सपा सरकार में जो सुविधा थीं, वही आज भी हैं, कुछ बदला नहीं है।
योजनाओं और बेरोजगारी को लेकर भी लगाए आरोप
भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा सरकार में गरीब और गरीब होता जा रहा है। वहीं बेरोजगारी, योजनाओं व महंगाई पर बोलते हुए भी उन्होंने कहा कि भाजपा ने योजना का नाम बदल दिया है। जहां जैसे 100 नंबर डायल को 112 कर दिया गया है। हालांकि इस दौरान अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं के बारे में भूल गए।
समाजवादी पार्टी पर क्यों लगते हैं जातिवाद और परिवारवाद के आरोप
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जातिवाद का आरोप लगा दिया, लेकिन इस दौरान वह यह भूल गए कि आखिर समाजवादी पार्टी पर वर्षों से जातिवाद और परिवारवाद के आप क्यों लगते हुए आए हैं। बता दें कि समाजवादी पार्टी जाति के आधार पर चुनाव लड़ती है। इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी पर परिवारवाद के आप भी लगते हैं। क्योंकि स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद अपने बेटे अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया। इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी पर यह भी आरोप लगाते हैं कि चुनाव प्रचार और योजनाओं में पार्टी जातिवाद दिखाने लगती है और यादव वोट बैंक पर अपना ध्यान केंद्रित करती है।
भाजपा राज में बेरोजगारी में आ रही कमी
भारतीय जनता पार्टी पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव चाहे कितने भी आरोप लगाएं, लेकिन वह आंकड़ों की नहीं झुठला सकते हैं। बता दें कि बेरोजगारी दर को लेकर सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के आंकड़े बताते हैं कि भारत में अगस्त 2023 में देश में बेरोजगारी दर का आंकड़ा 8.10 फीसदी पर था, जो कि सितंबर 2023 में घटकर 7.09 फीसदी पर आ गया है। बता दें कि भारत में बेरोजगारी दर का आंकड़ा धीरे-धीरे घटता जा रहा है। ऐसे में समाजवादी पार्टी द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद नजर आ रहे हैं।