लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत से पहले ही सभी राजनीतिक पार्टियों के चुनावी चंदे के आंकड़े सामने आए हैं। दरअसल चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को चुनाव प्रचार सहित तमाम आयोजनों के लिए चंदे की आवश्यकता होती है, जिसको लेकर अब राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे की रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट को एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने साझा किया है। ADR की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी को सभी राजनीतिक दलों के मुकाबले सबसे ज्यादा चंदा मिला है।
भाजपा को मिला सबसे ज्यादा चंदा
तमाम राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे को लेकर ADR ने एक रिपोर्ट साझा की है। यह रिपोर्ट वर्ष 2022-23 के दौरान मिले चंदे की है। ADR द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा चंदा प्राप्त करने वाली पार्टी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय जनता पार्टी को चुनावी ट्रस्ट के जरिए सभी राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे का 70 फीसदी चंदा मिला है। वहीं सबसे ज्यादा चुनावी चंदा प्राप्त करने वाली पार्टियों में BRS दूसरे नंबर पर है।
सभी पार्टियों को मिला इतना चंदा
भारतीय जनता पार्टी को चुनावी ट्रस्टों से अन्य पार्टियों के मुकाबले काफी अधिक मात्रा में चंदा मिला है। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी को राजनीतिक दलों को मिले चंदे का कुल 70.69 फीसदी हिस्सा मिला है। यानि कि भाजपा को 2023- 23 में 259.08 करोड़ रुपये चंदा मिला है। वहीं सबसे अधिक चंदा प्राप्त करने वाली दूसरी पार्टी यानि कि BRS को 90 करोड़ रुपये चंदा मिला है। इसके बाद YSR कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को मिलाकर कुल 17.40 करोड़ रुपये चंदा मिला है।
सबसे पसंदीदा पार्टी के चलते मिला इतना चंदा
भारतीय जनता पार्टी को मिले चंदे को लेकर भाजपा नेता बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को पूरा भरोसा था कि उनकी पार्टी को सबसे ज्यादा चंदा मिलेगा। हालांकि इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि भारतीय जनता पार्टी देश की सबसे पसंदीदा पार्टी है। केंद्र में भाजपा की सरकार को देशभर में काफी पसंद किया जा रहा है। यही एक प्रमुख कारण है कि भारतीय जनता पार्टी को अन्य पार्टियों के मुकाबले कई अधिक मात्रा में चंदा प्राप्त हुआ है।