रोजाना सड़कों पर बढ़ते हादसों पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने निराशा जताई और यातायात नियमों के उल्लंघन पर अपनी बात रखी और कहा कि “आखिर सरकार कितनी बार जुर्माने की राशि बढ़ा सकती है?”
क्या बोले कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी?
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि “लोगों को भी व्यवहार में बदलाव की जरूरत है” गडकरी ने कहा कि “हम नियम को लागू करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमने उल्लंघन पर जुर्माना भी बढ़ाया लेकिन इसके कोई नतीजे नहीं मिल रहे, क्योंकि लोग इन्हें गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। हम कितना जुर्माना बढ़ा सकते हैं? यह एक समस्या है। इसे अब केवल मानव व्यवहार में बदलाव कर ही सुलझाया जा सकता है।”
हार साल बढ़ती हादसों में मरने वालों की संख्या
यातायात और परिवहन नियमों के उल्लंघन के बढ़ते मामले और साथ ही हर साल सड़क हादसों में जान गवाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। ये संख्या वर्ष 2019 में 1.59 लाख थी जो बढ़कर साल 2022 में 1.68 लाख तक पहुंच गई थी। गडकरी का कहना है कि सिर्फ कानून लागू करने से हादसों और मौतों में कमी नहीं आएगी।
जनता को प्रशिक्षित करने की करेंगे कोशिश
कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि “हम बस और ट्रक चालकों को प्रशिक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं और अगर वह सड़कों के नियम मानते हैं तो हम सड़क हादसों में कमी ला सकते हैं। उन्होंने इस दौरान विशेष तौर पर लोगों को व्यवहार में बदलाव लाने की बात कही है। और सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जनता को शिक्षित करने की बात कही है।
रोड सेफ्टी कॉन्क्लेव 2024 में क्या बोले थे नितिन गडकरी
कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी ने रोड सेफ्टी कॉन्क्लेव 2024 में कहा था कि “भारत में सबसे ज्यादा जिस वजह से लोगों की जिंदगियां छिनी हैं, वो हैं सड़क हादसे।” उन्होंने आगे कहा कि “भारत में युद्ध, मिलिटेंसी और नक्सलवाद से ज्यादा मौतें सड़क हादसों की वजह से होती हैं।” गडगरी ने सड़क हादसों की बढ़ रही घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा था कि “ब्लैक स्पॉट्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। रोड प्रोजेक्ट्स की खराब डिटेल्ड रिपोर्ट की वजह से इन हादसों में बढ़ोतरी हो रही है।