कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने वाले मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस के कई गहरे राज से पर्दा उठाया है। बता दें कि कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के साथ हाथ मिलाया है। मिलिंद देवड़ा ने एक इंटरव्यू के दौरान कांग्रेस पार्टी के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी देश को बांटने का काम कर रही है। वहीं इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी की विचारधारा का जिक्र करते हुए यह भी बताया कि आखिर उन्होंने कांग्रेस पार्टी क्यों छोड़ी है?
कांग्रेस पर देश बांटने का लगाया आरोप
मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी पहले एक राष्ट्रवादी पार्टी थी, लेकिन आज वह उत्तर भारत और दक्षिण भारत में देश को बांट रही है। इस दौरान उन्होंने जातिगत जनगणना की बात करते हुए कहा कि कांग्रेस जातिगत जनगणना की बात कर रही है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की समस्या यह है कि पार्टी के लिए वोट हासिल करने के लिए वह किसी भी हद तक नीचे गिर सकते हैं और इस तरह की राजनीति में मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है। ”
कांग्रेस पार्टी में केंद्र की हर योजना का होता है विरोध
कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए मिलिंद देवड़ा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में केंद्र सरकार की हर योजना का विरोध होता है। उन्होंने कहा, “हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जब कुछ प्रपोज करते हैं तो उसका विरोध होता है। पिछले कुछ वर्षों से लगातार विरोध की राजनीति हो रही है।” वहीं इस दौरान उन्होंने कई उदाहरण भी देते हुए कहा, “जब प्रधानमंत्री मोदी ने मेक इन इंडिया लॉन्च किया, तब यह एक स्ट्रैटेजिक फैसला था। इसकी वजह से ना सिर्फ रोजगार बढ़ता, बल्कि चीन पर भी इसका असर होता है। उस समय मुझे याद है मैने कुछ सजेशन दिया था कि अगर हम विरोध के जगह पर ये कहते कि मेक इंडिया ऐसा होना चाहिए तो बेहतर होता।”
इस कारण छोड़ी कांग्रेस
मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी छोड़े जाने के कारण का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी में सकारात्मक विचार रखने वाले नेताओं के लिए जो जगह थी, वह धीरे-धीरे कम हो रही है। उन्होंने आगे कहा, “इसी वजह से हम सभी का सबसे ज्यादा दम घुट रहा है। इसी वजह से कुछ लोग पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में चले गए। कुछ लोगों ने राजनीति छोड़ दी, कुछ एनजीओ से जुड़ गए। इसकी वजह यह है कि कांग्रेस अपने आप को सुधारना नहीं चाहती है। यह मेरे लिए बहुत बड़ा निर्णय था।”