भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारी बहुमत के साथ जीत तो हासिल कर ली, लेकिन अभी तक तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री का चयन नहीं कर पाई है। तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री के चयन के लिए प्रधानमंत्री आवास पर भी बैठक आयोजित हुई। बता दें कि बीते तीन दिन से लगातार शीर्ष नेताओं की बैठक चल रही है। वहीं अब मुख्यमंत्री के चयन के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तीनों राज्यों में पर्यवेक्षक भेजने का फैसला किया है।
विधायक दलों की बैठक में होगा मुख्यमंत्री का चयन
भारतीय जनता पार्टी द्वारा तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री के चयन के लिए लगातार बैठकर आयोजित की जा रही है, लेकिन इन बैठकों के बाद संभावना जताई जा रही है कि तीनों राज्यों में 9 और 10 दिसंबर को विधायक दलों की बैठक आयोजित की जाएगी। विधायक दलों की बैठक में शीर्ष नेतृत्व द्वारा चुने गए नेताओं में से मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा।
3 राज्यों में आज भेजे जाएंगे पर्यवेक्षक
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आज पर्यवेक्षक भेजे जा सकते हैं। तीनों राज्यों में जाकर पर्यवेक्षक वहां की स्थिति का जायजा लेंगे। हालांकि अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान नहीं किया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी आज पर्यवेक्षकों के नाम ऐलान कर सकती है और इसके बाद पर्यवेक्षकों को तीनों जीते हुए राज्यों यानि कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भेजा जा सकता है।
राजस्थान में भाजपा के सामने बड़ी मुश्किल
भारतीय जनता पार्टी के लिए मुख्यमंत्री के चयन की सबसे बड़ी मुश्किल राजस्थान में है, क्योंकि राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए कई बड़े दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी दिल्ली पहुंची और उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। इससे पहले जब गजेंद्र सिंह शेखावत और बाबा बालक नाथ को दिल्ली बुलाया गया था, तो राजस्थान में वसुंधरा राजे के यहां विधायक दलों की बैठक हो रही थी। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में किसको मुख्यमंत्री का चेहरा बनाएगी, यह पार्टी के लिए भी बड़ा मुश्किल कार्य है।