मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि लोगों की समस्याओं पर त्वरित और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि शिकायतों का निस्तारण तेजी से और संतोषजनक तरीके से किया जाना चाहिए। सीएम ने करीब 200 लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना और उनके प्रार्थना पत्र लिए। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि सभी मामलों का निस्तारण समयबद्ध, निष्पक्ष और संतोषजनक होना चाहिए। समस्या लेकर पहुंचे लोगों को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा, घबराइए मत। सरकार हर समस्या पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराएगी।
अपराधियों और भू-माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दिया आदेश
अपराध व जमीन कब्जा किए जाने से संबंधी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि कोई दबंग या माफिया किसी की जमीन पर जबरन कब्जा कर रहा हो, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, और गरीबों को परेशान करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
धन के अभाव में नहीं रुकेगा किसी का इलाज
जनता दर्शन में कुछ लोग आर्थिक सहायता की मांग लेकर आए थे, ताकि उनका इलाज हो सके। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि किसी भी व्यक्ति का इलाज धन की कमी के कारण नहीं रुकेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जरूरतमंदों के लिए उच्च स्तर के इलाज का अनुमान जल्दी से तैयार किया जाए। जैसे ही इस्टीमेट प्राप्त होगा, सरकार तात्कालिक रूप से धन उपलब्ध कराएगी। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया कि जिनके पास आयुष्मान कार्ड है, उन्हें इलाज में कोई समस्या न हो। इसके अलावा, जिन पात्र लोगों के पास कार्ड नहीं है, उनके आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया भी तेज की जाए।
मंदिर परिसर का दौरा करते हुए गोशाला का भी किया भ्रमण
गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान सीएम योगी की दिनचर्या परंपरागत रूप से आयोजित रही। उन्होंने सुबह के समय गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन किया और अपने गुरु, ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम योगी की गोरखनाथ मंदिर में मौजूदगी के दौरान गोसेवा उनके कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। इस दिन उन्होंने मंदिर परिसर का दौरा करते हुए गोशाला का भी भ्रमण किया गोशाला में सीएम योगी ने चारों ओर घूमते हुए गोवंश को नाम से पुकारा, जैसे श्यामा, गौरी, गंगा और भोला। उनकी पहचान भरी आवाज सुनकर गोवंश तेजी से उनके पास आ गए। मुख्यमंत्री ने उन्हें स्नेहपूर्वक सराहा, उनके सिर पर हाथ फेरकर प्यार दिया और अपने हाथों से उन्हें गुड़ खिलाया।