कांग्रेस नेता शशि थरूर के एक बयान के बाद से ही कांग्रेस पार्टी में हलचल पैदा हो गई थी। जहां कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कांग्रेस पार्टी को परिवारवाद वाली पार्टी बताया था। लेकिन 24 घंटे के अंदर ही कांग्रेस नेता ने अपना बयान पलट दिया। जहां उन्होंने कहा कि बयान में मेरा वो मतलब नहीं था, जो निकाला गया है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को 24 घंटे बाद ही अपने बयान को लेकर सफाई देनी पड़ी। शशि थरूर का यह बयान इसलिए भी चर्चाओं में आया, क्योंकि कांग्रेस पार्टी पर लगातार परिवारवाद के आरोप लग रहे हैं।
क्या बोले कांग्रेस नेता शशि थरूर
परिवारवाद को लेकर कांग्रेस नेता द्वारा दिए गए बयान पर राजनीति गरमा गई थी। लेकिन अपने ही बयान पर सफाई देते हुए शशि थरूर ने कहा कि ‘सोमवार को मैंने एक निजी कार्यक्रम में जो बयान दिया था, वह कोई फॉर्मल स्टेटमेंट नहीं था। मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया।’ इसके बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गांधी परिवार का डीएनए कांग्रेस पार्टी के साथ अटूट बताया। उन्होंने कहा कि ‘मैंने बार-बार कहा है कि नेहरू/गांधी परिवार का DNA कांग्रेस पार्टी के साथ अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। परिवार ही पार्टी की ताकत है।’ इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को सबसे पसंदीदा नेता भी बताया। बयान में आगे कहा कि ‘इसमें भी कोई संदेह नहीं है कि राहुल गांधी पार्टी के सबसे पसंदीदा नेता हैं।’
तिरुवनंतपुरम में दिया था ये बयान
कांग्रेस के सांसद शशि थरूर तिरुवनंतपुरम में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से रूबरू हुए। जहां मीडिया कर्मियों ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से सवाल पूछा कि इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा। जहां इसका जवाब देते हुए शशि थरूर ने कहा कि विपक्ष की तरफ से राहुल गांधी या फिर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे प्रधानमंत्री के रूप में सामने आ सकते हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि ‘ मेरा मानना है कि कांग्रेस पार्टी मल्लिकार्जुन खड़गे या राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की पेशकश कर सकती है, क्योंकि कई मायनों में यह परिवार से चलने वाली पार्टी है। अगर खड़गे प्रधानमंत्री बनते हैं, तो वह देश के पहले दलित प्रधानमंत्री होंगे।
क्या पार्टी की तरफ से बयान पलटने का डाला गया दवाब
भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर लगातार परिवारवाद का आरोप लगाते आई है। ऐसे में कांग्रेस सांसद शशि थरूर का भी यह कहना कि कांग्रेस परिवारवाद वाली पार्टी है, वो कांग्रेस को रास नहीं आया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 24 घंटे के अंदर ही अपना बयान क्यों पलट दिया।क्या पार्टी की ओर से उनके ऊपर दबाव डाला गया था या फिर उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। लेकिन यह समझना भी जरूरी है कि आखिर कांग्रेस पार्टी पर शुरुआत से ही परिवारवाद के आरोप क्यों लगते हुए आ रहे हैं।