पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में से मात्र एक राज्य में जीत हासिल करने वाली कांग्रेस पार्टी ने हार का ठीकरा एक बार फिर ईवीएम पर फोड़ दिया है। बता दें कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव आयोजित किए गए। इन पांच राज्यों में से राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने भारी बहुमत के साथ जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस पार्टी केवल एक राज्य तेलंगाना में ही जीत हासिल कर पाई।
ईवीएम के सिर फोड़ा कांग्रेस पार्टी ने हार का ठीकरा
कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनावों में अपनी हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि ईवीएम की वजह से कांग्रेस चुनाव हार गई। वहीं इससे पहले कांग्रेस नेता उदित राज ने भी एक बयान देते हुए कहा था कि ईवीएम में गड़बड़ी के चलते कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। हालात यह हो गए हैं कि कांग्रेस पार्टी अपनी हार को स्वीकार करना नहीं चाहती है, बल्कि अपनी हार को छिपाने के लिए ईवीएम को बहाना बना रही है।
जहां कांग्रेस जीती, वहां क्यों नहीं हुआ ईवीएम हैक?
विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर ईवीएम हैकिंग के आरोप लगाए गए, जिस पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब हार जाती है, तब ईवीएम का रोना रोती है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने आगे पलटवार करते हुए कहा कि अगर ईवीएम हैक किए जाते हैं, तो जहां पर कांग्रेस पार्टी हारी है, वहां पर ईवीएम हैक क्यों नहीं हुआ?
2014 से कांग्रेस लगा रही है आरोप
कांग्रेस पार्टी का चुनाव में हार के बाद ईवीएम को जिम्मेदार ठहराना नया आरोप नहीं है। 2014 से जब से भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है, कांग्रेस पार्टी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अपनी हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहरा देती है। 2014 के बाद जितने भी विधानसभा चुनाव हुए, जिनमें कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, उन सभी विधानसभा चुनावों में हार का ठीकरा कांग्रेस पार्टी ने ईवीएम के सिर ही फोड़ा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर ईवीएम हैकिंग के आरोप लगाए थे।