मोदी कैबिनेट ने पैन कार्ड 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके तहत सरकार 1,435 करोड़ रुपए खर्च करेगी। नया पैन कार्ड मौजूदा पैन कार्ड से कहीं अधिक एडवांस होगा। वर्तमान में 10 अंकों वाला पैन कार्ड इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया जाता है, जिसे अब और सुरक्षित तथा डिजिटल सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए नया रूप दिया जाएगा। नए पैन कार्ड में QR कोड होगा, जिससे इसका डेटा और भी सुरक्षित रहेगा। यह पैन कार्ड पूरी तरह से ऑनलाइन प्रोसेस के जरिए जारी किया जाएगा। इसके लिए लोगों को पैन नंबर बदलवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी नया पैन कार्ड मौजूदा पैन सिस्टम में एक सुधार के रूप में पेश किया जाएगा। और सबसे खास बात यह है कि नए पैन कार्ड के लिए लोगों को अलग से कोई खर्च नहीं करना होगा।
सरकार क्यों ला रही नया पैन कार्ड?
केंद्र सरकार ने पैन कार्ड 2.0 प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसे एक ई-गवर्नेंस पहल के रूप में प्रस्तुत किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पैन कार्ड 2.0 का उद्देश्य पैन ऑथेंटिकेशन और पैन कार्ड के उपयोग को अधिक सरल, सुरक्षित और प्रभावी बनाना है। वर्तमान में पैन कार्ड से संबंधित सॉफ्टवेयर 15-20 साल पुराने हैं, जिन्हें अपडेट करने की आवश्यकता है। पैन कार्ड 2.0 के माध्यम से सरकार टैक्सपेयर्स को एक बेहतर और सुरक्षित डिजिटल अनुभव प्रदान करना चाहती है।
कैसे मिलेगा नया पैन कार्ड?
अगर आपके पास पहले से पैन कार्ड है, तो आपको किसी प्रकार की नई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है। आपका पैन कार्ड स्वतः आपके पते पर भेज दिया जाएगा और इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। हालांकि, यदि आपके पास पैन कार्ड नहीं है, तो आपको नया पैन कार्ड प्राप्त करने के लिए आवेदन करना होगा, चाहे वह डिजिटल हो या फिजिकल।
नए पैन कार्ड में होगा क्या नया?
नए पैन कार्ड में क्यूआर कोड जैसी सुविधाएं शामिल की जाएंगी, जो उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाएंगी। सरकार का उद्देश्य डिजिटल इंडिया के तहत पैन 2.0 परियोजना को और अधिक उपयोगी बनाना है, ताकि यह सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। यही कारण है कि सरकार पैन और आधार को लिंक कराने पर विशेष जोर दे रही है।
पैन कार्ड क्या है?
पैन (Permanent Account Number) कार्ड एक 10 अंकों का अद्वितीय पहचान संख्या है, जो भारतीय आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है। यह कार्ड मुख्य रूप से आयकर मामलों में पहचान के लिए उपयोग किया जाता है और इसका उद्देश्य टैक्स सिस्टम को सुव्यवस्थित करना है। पैन कार्ड का इस्तेमाल वित्तीय लेन-देन, बैंक खाता खोलने, आयकर रिटर्न दाखिल करने, संपत्ति की खरीद-फरोख्त और अन्य कई सरकारी प्रक्रियाओं में किया जाता है। यह एक स्थायी पहचान संख्या होती है, जिसे किसी भी व्यक्ति, कंपनी या संगठन को एक बार ही जारी किया जाता है और यह जीवन भर वैध रहती है।